Zupee Layoff: गेमिंग प्लेटफॉर्म जूपी 170 एंप्लॉयीज की छुट्टी कर रही है। यह इसके कुल वर्कफोर्स का करीब 30% है। कंपनी ने यह फैसला रियल मनी गेमिंग पर लगे प्रतिबंध के बाद लिया है। कंपनी के सीईओ दिलशेर सिंह ने 11 सितंबर को इसे लेकर कहा कि यह सबके लिए काफी कठिन समय है लेकिन नए नियमों के तहत ऐसा करना जरूरी भी था। दिलशेर सिंह ने कहा कि जिन एंप्लॉयीज की छुट्टी की जा रही है, वे जूपी के सफर का एक अहम हिस्सा रहे हैं और कंपनी इसके लिए हमेशा उनकी आभारी रहेगी। हालांकि कंपनी का कहना है कि जिन्हें निकाला जा रहा है, कंपनी उनकी मदद करेगी।
Zupee Layoff: छंटनी वाले एंप्लॉयीज को मिलेगी मदद
गेमिंग कंपनी जूपी से 170 एंप्लॉयीज की छुट्टी हो रही है। कंपनी के सीईओ दिलशेर सिंह का कहना है कि नया काम मिलने तक उन्हें मदद दी जाएगी। जूपी के सीईओ का कहना है कि जिन्हें निकाला जा रहा है, उन्होंने कंपनी में कितने समय तक काम किया है, इसके आधार पर उन्हें छह महीने तक की वित्तीय मदद भी दी जाएगी। इन एंप्लॉयीज का हेल्थ इंश्योरेंस कवरेज जारी रहेगा और उन्हें अतिरिक्त सिक्योरिटी देने के लिए ₹1 करोड़ का मेडिकल सपोर्ट फंड बनाया गया है। गेंमिंग स्टार्टअप जूपी एक टीम भी बना रहा है जो इन 170 एंप्लॉयीज के लिए नए काम की तलाश करेगी। साथ ही जब कंपनी में नई हायरिंग होगी तो इन्हें प्राथमिकता दी जाएगी।
और कौन-कौन सी कंपनियों में हाहाकार
रियल मनी गेमिंग पर लगे प्रतिबंध के चलते कई कंपनियों में छंटनी हो रही है। ऑनलाइन रमी प्लेटफॉर्म ए23 रमी चलाने वाली हेड डिजिटल वर्क्स ने हाल ही में करीब 500 एंप्लॉयीज की छुट्टी की थी जो इसके वर्कफोर्स का करीब दो-तिहाई था। मनीकंट्रोल के सूत्रों के मुताबिक मोबाइल प्रीमियम लीग (MPL) अपनी भारतीय इकाई से करीब 60-80% यानी करीब 500-600 एंप्लॉयीज की छंटनी कर सकती है। ऑनलाइन पोकर प्लेटफॉर्म पोकरबाजी चलाने वाली बाजी गेम्स (मूनशाइन टेक्नोलॉजी) की नजारा टेक्नोलॉजीज भी करीब 45% यानी 200 से अधिक एंप्लॉयीज की छंटनी कर रही है। इन सबके अलावा ऑनलाइन रमी प्लेटफॉर्म रमी सर्किल और फैंटेसी स्पोर्ट्स प्लेटफॉर्म माय11सर्किल चलाने वाली गेम्स24*7 में भी बड़े पैमाने पर छंटनी हुई है।
अब क्या है जूपी का प्लान?
जूपी को वर्ष 2018 में माल्ही और सिद्धांत सौरभ ने शुरू किया था। इसका फोकस लूडो और सांप-सीढ़ी जैसे बोर्ड गेम्स पर है। हाल ही में इसने अपने प्लेटफॉर्म पर कैरम को पेश किया। रियल-मनी गेम्स पर बैन के बाद जूपी ने ऐड-सपोर्ट बेसिस पर ऑनलाइन सोशल गेम्स की रेंज पेश की। इस हफ्ते की शुरुआत में मनीकंट्रोल ने खुलासा किया था कि जूपी ने एक नए फीटर जूपी स्टूडियो (Zupee Studio) के साथ माइक्रो ड्रामा में एंट्री की है जो अपने 15 करोड़ यूजर्स को छोटे आकार के ड्रामा शो ऑफर करती है। इसने जूपी प्लस नाम से एक पेड सब्सक्रिप्शन सर्विस भी शुरू की है जिसकी प्राइस तीन महीने के लिए ₹499 है और इसमें बिना ऐड गेम्स और शो का अनलिमिटेड एक्सेस मिलता है।