टाटा पावर रिन्यूएबल एनर्जी लिमिटेड (TPREL) ने तमिलनाडु में रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट्स में 70,800 करोड़ रुपये का निवेश करने की योजना बनाई है। टाटा पावर की एंटिटी TPREL ने तमिलनाडु सरकार के साथ दो मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टैंडिंग (MoU) पर साइन किए हैं। इसका मकसद राज्य के रिन्यूएबल एनर्जी के डेवलपमेंट को समर्थन देना और देश के क्लीन एनर्जी बदलाव में तेजी लाना है। कंपनी ने मंगलवार को रेगुलेटरी फाइलिंग में यह जानकारी दी। इस बीच आज टाटा पावर के शेयरों में 0.50 फीसदी मामूली तेजी देखी गई और यह 340.65 रुपये के भाव पर बंद हुआ है।
पहले एग्रीमेंट में क्या है?
इन समझौतों पर सोमवार को साइन किए गए। पहले MoU के तहत TPREL अगले पांच से सात साल में सोलर, विंड, हाइब्रिड (एक ही जगह पर सोलर और विंड एनर्जी प्रोजेक्ट लगाना) जैसे क्षेत्रों में 10,000 मेगावाट की रिन्यूएबल एनर्जी प्रोजेक्ट को डेवलप करने के अवसर तलाशेगी।
ये रिन्यूएबल प्रोजेक्ट्स तमिलनाडु में 50,000 एकड़ भूमि पर होंगी। इनमें करीब 70,000 करोड़ रुपये की निवेश क्षमता होगी। कंपनी ने कहा कि इस पहल में करीब 3,000 ग्रीन जॉब के अवसर पैदा करने की क्षमता है।
दूसरे एग्रीमेंट में क्या है?
दूसरा MoU तिरुनेलवेली जिले के गंगैकोंडन में दो फेज में 4 गीगावॉट सोलर सेल और सौर मॉड्यूल प्लांट स्थापित करने के लिए निवेश को 3,800 करोड़ रुपये तक बढ़ाने के लिए है। चार जुलाई 2022 को कंपनी ने एक MoU पर साइन किए थे, जिसमें निवेश 3,000 करोड़ रुपये आंका गया था। अब इसे बढ़ाकर 3,800 करोड़ रुपये करने की योजना है।
कुल मिलाकर, कंपनी लेटेस्ट TOPCon टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके प्रत्येक 300 मेगावाट अतिरिक्त सेल और मॉड्यूल लाइन स्थापित करेगी, जिससे कुल प्लांट कैपिसिटी 4.3 गीगावॉट हो जाएगी। अगले दो वर्षों में 800 करोड़ रुपये का निवेश किया जाना है।