टेलीकॉम मिनिस्टर ज्योतिरादित्य सिंधिया ने वोडाफोन आइडिया के 4जी और 5जी नेटवर्क के एक्सपेंशन प्लान पर भरोसा जताया। उन्होंने टेलीकॉम मार्केट में हेल्दी कॉम्पटिशन बनाए रखने पर भी जोर दिया। 18 मार्च को उन्होंने कहा कि वोडाफोन आइडिया में सरकार की करीब 23 फीसदी हिस्सेदारी है। मोबाइल मार्केट में वोडाफोन आइडिया की करीब 9.5 फीसदी हिस्सेदारी है। उन्होंने कहा कि सरकार की सोच यह है कि टेलीकॉम मार्केट में अच्छी प्रतिस्पर्धा होना जरूरी है।
टेलीकॉम मार्केट में अच्छी प्रतिस्पर्धा जरूरी है
उन्होंने कहा, "दुनिया में ऐसे बहुत कम मार्केट्स हैं, जिनमें सिर्फ चार कंपनियां हैं। इंडिया इनमें से एक है। हमारे यहां चार कंपनियां हैं।" उन्होंने बताया कि Vodafone Idea ने 20,000-25,000 करोड़ रुपये इक्विटी से जुटाए हैं। कंपनी अब एक्सपेंशन प्लान पर आगे बढ़ सकती है। बताया जाता है कि कंपनी का डेट-फंडिंग प्लान इस बात पर निर्भर करता है कि एजीआर के पिछले बकाया अमाउंट पर सरकार कितनी राहत देती है। इस बारे में पूछने पर उन्होंने कुछ बताने से इनकार कर दिया।
सीईओ को एजीआर मसले के समाधान की उम्मीद
चर्चा है कि सरकार एजीआर बकाया का एक लाख रुपये माफ कर सकती है। इस बारे में पूछने पर उन्होंने कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि अभी मैं इस बारे में कोई टिप्पणी नहीं करूंगा क्योंकि यह मामला मेरे पास नहीं है। वोडाफोन आइडिया के सीईओ अक्षय मूंदड़ा ने 12 फरवरी को कहा था कि कंपनी को भरोसा है कि सरकार एजीआर मसले का कोई समाधान निकालेगी। सरकार वोडाफोन आइडिया की बड़ी शेयरहोल्डर है।
डेट फंडिंग के लिए बैंकों से हो रही बातचीत
उन्होंने यह भी बताया कि हाल में बैंक गारंटी में राहत इस बात का साफ संकेत है कि सरकार जरूरी रिफॉर्म्स के जरिए टेलीकॉम सेक्टर की मदद के लिए प्रतिबद्ध है। मूंदड़ा ने इस बात की पुष्टि की कि वोडाफोन आइडिया ने कर्ज चुकाने के बारे में बैंकों से बातचीत शुरू कर दी है। लेकिन, बैंक एजीआर मसले पर तस्वीर साफ होने और सरकार के अंतिम रुख का इंतजार कर रहे हैं। 18 मार्च को वोडाफोन आइडिया का शेयर 2.74 फीसदी चढ़कर 7.13 रुपये पर बंद हुआ। बीते एक साल में यह स्टॉक 45 फीसदी से ज्यादा टूटा है।