Trump Tariffs: पूरी दुनिया का जिस बात का डर था, आखिरकार वह सच साबित हो गई। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 2 अप्रैल को भारत समेत दुनिया के तमाम देशों पर रेसिप्रोकल टैरिफ यानी जवाबी टैक्स लगाने का ऐलान कर दिया। उन्होंने कुल 180 से ज्यादा देशों पर टैरिफ लगाया है। इस कदम को ट्रंप ने "अमेरिका की आर्थिक स्वतंत्रता का दिन" करार दिया, जिसका मकसद अमेरिकी व्यापार घाटे को कम करना और देश में मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देना है।
ट्रंप ने बताया कि इन सभी देशों पर न्यूनतम 10% टैरिफ लगाया जाएगा, जो 5 अप्रैल से लागू होगा। वहीं जिन देशों पर इससे अधिक टैरिफ लगाया गया है, उन पर यह 8 अप्रैल से लागू होगा। एशिया और यूरोप के देशों को सबसे अधिक झटका लगा है। चीन पर सबसे अधिक 34% का अतिरिक्त टैरिफ लगाया है। ट्रंप ने इसे सबसे बड़ा व्यापार घाटा पैदा करने वाला देश बताया। वहीं भारत पर 26% टैरिफ लगाया गया है। जबकि यूरोपीय देशों को 20% टैरिफ की मार झेलनी पड़ेगी।
ट्रंप ने अपने भाषण में कहा, "दशकों से हमारे देश को लूटा गया, शोषण किया गया। अब हम उन देशों को जवाब देंगे जो हमारे साथ गलत व्यवहार करते हैं।" उन्होंने एक चार्ट दिखाया, जिसमें विभिन्न देशों पर लगाए जाने वाले टैरिफ दरों की जानकारी दी गईं थी। यह कदम अंतरराष्ट्रीय व्यापार में एक बड़े बदलाव का संकेत देता है और ग्लोबल ट्रेड वार शुरू होने की आशंका को बढ़ा रहा है।
अमेरिका ने भारत पर 26% टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। इसका असर कृषि, टेक्सटाइल और मोटरसाइकिल जैसे सेक्टर्स पर पड़ सकता है। ट्रंप ने कहा कि भारत अमेरिकी कृषि उत्पादों पर 39% और मोटरसाइकिल पर 30-40% टैक्स लगाता है, जबकि अमेरिका भारत से केवल 5% और 2.4% टैरिफ लेता है। भारतीय अधिकारियों ने अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन एक्सपर्ट्स का मानना है कि भारत बातचीत के जरिए छूट हासिल करने की कोशिश कर सकता है।
एशिया में चीन, वियतनाम, ताइवान, जापान और दक्षिण कोरिया जैसे देशों पर सबसे अधिक असर पड़ने की आशंका है, जो अमेरिका को बड़े पैमाने पर निर्यात करते हैं। एक्सपर्ट्स का कहना है कि इन टैरिफ से ग्लोबल सप्लाई चेन में रुकावटें आ सकती है, खासकर सेमीकंडक्टर, ऑटोमोबाइल और कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे सेक्टर्स में। वहीं यूरोप में जर्मनी की ऑटो इंडस्ट्रीज और फ्रांस की वाइन कंपनियों पर खासा असर पड़ सकता है। हालांकि यूरोपीय यूनियन ने अमेरिका पर जवाबी टैरिफ लगाने की धमकी दी है।
ग्लोबल मार्केट्स में हलचल
ट्रंप की घोषणा के बाद एशियाई बाजारों में तेज गिरावट देखी गई। जापान का निक्केई सूचकांक 3% और दक्षिण कोरिया का कोस्पी 2% नीचे बंद हुआ। अमेरिकी शेयर बाजार में भी अनिश्चितता बढ़ी, जिसमें नैस्डैक-100 फ्यूचर्स 4.2% और डाउ जोन्स फ्यूचर्स 2.3% नीचे आए। यूरोपीय यूनियन ने जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी है, जबकि चीन ने वर्ल्ड ट्रेड ऑर्गनाइजेशन (WTO) में शिकायत दर्ज करने की बात कही है।
ट्रंप ने इन देशों पर लगाया रेसिप्रोकल टैरिफ, फुल लिस्ट
रेसिप्रोकल टैरिफ का मतलब जवाबी टैक्स होता है। यानी जो देश अमेरिकी सामानों पर जितना टैक्स लगाते हैं, अमेरिका भी उनके सामनों पर उतना ही टैक्स लगाएगा। आइए जानते हैं कि ट्रंप ने किन-किन देशों पर और कितने प्रतिशत के रेसिप्रोकल टैरिफ लगाने का ऐलान किया है-
कनाडा और मैक्सिको को इस सूची से बाहर रखा गया है, क्योंकि इन पर पहले से ही अमेरिका ट्रैरिफ लगाने का ऐलान कर चुका हैं।