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भारत के टेक्सटाइल सेक्टर से गोल्ड तक, ट्रंप की नई टैरिफ पॉलिसी से किसे हुआ फायदा?

डोनाल्ड ट्रंप के नए टैरिफ ऐलान से ग्लोबल मार्केट में हलचल मची है। हालांकि, भारत के कुछ सेक्टर्स को फायदा हुआ है। इसका असर शेयर मार्केट में उन सेक्टर की कंपनियों के स्टॉक्स में भी तेजी आई है। डिटेल जानने के लिए पढ़ें पूरी रिपोर्ट।

अपडेटेड Apr 03, 2025 पर 2:44 PM
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भारतीय टेक्सटाइल और अपैरल (Indian Textile Apparel Companies) कंपनियों को ट्रंप फैसले से काफी फायदा हुआ।

Trump Reciprocal Tariff: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने गुरुवार (3 अप्रैल 2025) को 60 देशों पर भारी टैरिफ लगाने की घोषणा की। इससे ग्लोबल मार्केट (Global Markets) में हलचल मच गई। हालांकि, भारत को इस असर से कुछ हद तक राहत मिली। भारतीय कंपनियों के शेयरों पर भी ट्रंप के फैसले का मिला-जुला असर देखने को मिलीा।

आईटी और झींगा फीड सेक्टर में तेज बिकवाली देखने को मिली।लेकिन कुछ सेक्टर ऐसे भी रहे, जिन्होंने इस फैसले के बाद शानदार प्रदर्शन किया। आइए जानते हैं कि ट्रंप की नई पॉलिसी से कौन से सेक्टर बेअसर रहे या फिर उन्हें फायदा मिलने की उम्मीद है।

भारतीय टेक्सटाइल कंपनियां

भारतीय टेक्सटाइल और अपैरल (Indian Textile Apparel Companies) कंपनियों को ट्रंप फैसले से काफी फायदा हुआ। हालांकि, इसकी वजह भारत को मिलने वाली छूट नहीं, बल्कि चीन और वियतनाम जैसी बड़ी निर्यातक अर्थव्यवस्थाओं पर लगने वाला भारी शुल्क रहा।


भारत को 27% टैरिफ झेलना पड़ रहा है, लेकिन चीन और वियतनाम को 54% तक का टैरिफ चुकाना होगा। इस बढ़त का असर गोकलदास एक्सपोर्ट्स (Gokaldas Exports), रेमंड (Raymond) और अरविंद लिमिटेड (Arvind Ltd.) जैसी कंपनियों पर दिखा, जिनके शेयर 8% से 10% तक चढ़ गए।

भारतीय फार्मा कंपनियां

भारतीय फार्मा कंपनियों (Indian Pharma Companies) ने ट्रंप की टैरिफ को काफी पॉजिटिव ढंग से लिया। निफ्टी फार्मा इंडेक्स ने एक दिन में सितंबर 2020 के बाद सबसे बड़ा उछाल दर्ज किया। इसमें ज्यादातर कंपनियों के शेयर 5% से 15% तक बढ़े।

इसकी वजह यह रही कि ट्रंप प्रशासन ने फिलहाल फार्मा सेक्टर पर कोई नया टैरिफ नहीं लगाया है। हालांकि, अमेरिकी सरकार अब फार्मा और सेमीकंडक्टर सेक्टर (Semiconductors) की जांच करने वाली है। इससे भविष्य में फार्मा सेक्टर पर टैरिफ लगने की आशंका बनी रहेगी।

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मलेशियाई ग्लव मैन्युफैक्चरर्स

चीन पर लगे ऊंचे टैरिफ ने मलेशिया के ग्लव मैन्युफैक्चरर्स (Malaysian Glove Manufacturers) के लिए बाजार को थोड़ा आसान बना दिया। अब चीनी ग्लव उत्पादकों को 104% तक के भारी टैरिफ का सामना करना पड़ेगा।

इसका फायदा मलेशियाई निर्यातकों को मिलेगा। RHB इन्वेस्टमेंट बैंक के आंकड़ों के अनुसार, मलेशियाई लिस्टेड कंपनियों जैसे सुपरमैक्स कॉर्प (Supermax Corp.) और हार्टालेगा होल्डिंग्स (Hartalega Holdings Bhd.) के शेयरों में तेज उछाल आया।

कोरियाई डिफेंस कंपनियां

ट्रंप के नए टैरिफ से भू-राजनीतिक तनाव बढ़ने की भी आशंका जताई जा रही है। इसका फायदा दक्षिण कोरिया की डिफेंस कंपनियों (Korean Defence Companies) को मिला। फिबोनैची एसेट मैनेजमेंट ग्लोबल (Fibonacci Asset Management Global) के सीईओ जुंग इन यून ने ब्लूमबर्ग को बताया, 'जब दुनिया मुक्त व्यापार (Free Trade) के उलट जा रही है, तो भू-राजनीतिक तनाव बढ़ने की आशंका भी अधिक हो जाती है।'

इसी कारण हान्वा एयरोस्पेस (Hanwha Aerospace) और कोरिया एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (Korea Aerospace Industries Ltd.) जैसी कंपनियों के शेयरों में तेजी आई।

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गोल्ड प्रोड्यूसर कंपनियों की चांदी

सोने (Gold) को भी ट्रंप की टैरिफ नीति (Tariff Policy) से बाहर रखा गया है। इससे गोल्ड प्राइस गुरुवार को रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गई। वैश्विक बाजारों में जब हलचल मची, तो निवेशकों ने सबसे सुरक्षित निवेश समझे जाने वाले गोल्ड का रुख किया। इससे सोने की मांग में जोरदार उछाल आया।

ऑस्ट्रेलिया में रामेलियस रिसोर्सेज (Ramelius Resources) और डी ग्रे माइनिंग (De Grey Mining) जैसी कंपनियों के शेयर ऊपर गए। वहीं, हांगकांग में झाओजिन माइनिंग इंडस्ट्री (Zhaojin Mining Industry) और झोंगजिन गोल्ड कॉर्प (Zhongjin Gold Corp.) ने भी अच्छा प्रदर्शन किया।

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