Trump Tariff: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का दावा है कि वियतनाम की कम्युनिस्ट पार्टी की सरकार के प्रमुख से उनकी बातचीत का शानदार नतीजा निकला है। ट्रंप का दावा है कि वियतनाम सरकार टैरिफ को लेकर एक सौदा करना चाहती है और वह अमेरिकी चीजों पर टैरिफ जीरो करना चाहते हैं। कुछ ही दिनों पहले अमेरिका ने वियतनाम पर 46 फीसदी का भारी-भरकम टैरिफ लगाया था और अब ट्रंप के मुताबिक वियतनाम बातचीत के लिए तैयार हो गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने ये बातें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर कही।
वियतनाम ने पहले ही कर थी टैरिफ में कटौती
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार को कहा कि उनकी वियतनाम की कम्युनिस्ट पार्टी के जनरल सेक्रेटरी लैम से अच्छी बातचीत हुई है। इस बातचीत में लैम ने ट्रंप से कहा कि अगर दोनों देशों के बीच कोई समझौता होता है तो वियतनाम टैरिफ को जीरो पर लाना चाहता है।
इससे पहले गुरुवार को वियतनाम के प्रधानमंत्री फाम मिन्ह चिन्ह (Pham Minh Chinh) ने ट्रंप की टैरिफ के ऐलान के बाद तत्काल रैपिड रिस्पांस टीम बनाने का अनुरोध किया था। एक और बयान में उन्होंने कहा था कि वियतनाम अमेरिका में अपने उपप्रधानमंत्री हो डुक फोक (Ho Duc Phoc) को वर्किंग विजिट पर भेज रहा है। एक और अहम बात ये है कि ट्रंप ने टैरिफ का ऐलान किया, उससे पहले ही वियतनाम ने कार, लिक्विफाइड गैस और खेती से जुड़ी कुछ चीजों पर आयात शुल्क घटाने का ऐलान कर दिया था।
वियतनाम के लिए कितना अहम है अमेरिकी मार्केट?
अमेरिकी ट्रेड रिप्रेजेंटेटिव वेबसाइट के मुताबिक वियतनाम से पिछले साल अमेरिका से 13.7 हजार करोड़ डॉलर की चीजों का आयात किया था जोकि इसकी 30 फीसदी जीडीपी के बराबर है। इस प्रकार समझ सकते हैं कि वियतनाम के लिए अमेरिकी मार्केट काफी अहम है। वहीं अमेरिका के लिए वियतनाम का टैरिफ जीरो करना कितना अहम होगा, इसे ऐसे समझ सकते हैं कि अमेरिका का कारोबारी घाटा चीन और मेक्सिको के बाद सबसे अधिक वियतनाम के साथ ही है।