Vedanta vs Adani Group: माइनिंग सेक्टर की दिग्गज कंपनी वेदांता (Vedanta) ने गौतम अदाणी की अदाणी ग्रुप (Adani Group) को पछाड़ दिया है। कर्ज में डूबी जयप्रकाश एसोसिएट्स (Jaiprakash Associates) के लिए वेदांता ने ₹17000 करोड़ की विनिंग बिड लगाई है। न्यूज एजेंसी पीटीआई ने यह जानकारी सूत्रों के हवाले से दी है। वेदांता की बिड वैल्यू के हिसाब से जयप्रकाश एसोसिएट्स की नेट प्रेजेंट वैल्यू ₹12,505 करोड़ आ रही है। रियल एस्टेट, सीमेंट, पावर, होटल्स और सड़कों को लेकर काम करने वाली यह कंपनी लोन की पेमेंट नहीं कर पाने के चलते दिवाला प्रक्रिया में चली गई थीष इसी को लेकर बोली में वेदांता ने अदाणी ग्रुप को पछाड़ा है।
सिर्फ Vedanta और Adani Group ने ही लगाई पक्की बोली
जयप्रकाश एसोसिएट्स को कर्ज देने वाले लेंडर्स ने आईबीसी (इनसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड) के तहत इसकी बिक्री के लिए नीलामी की प्रक्रिया शुरू की थी। इस नीलामी प्रोसेस को लेकर जयप्रकाश एसोसिएट्स के कमेटी ऑफ क्रेडिटर्स (CoC) की बैठक 5 सितंबर को हुई थी। हालांकि आखिरी में सिर्फ दो- वेदांता और अदाणी ग्रुप ने ही पक्की बोली लगाई थी। सूत्रों के मुताबिक वेदांता ने ₹17000 करोड़ की विनिंड बिड लगाई जिससे जयप्रकाश एसोसिएट्स की नेट प्रेजेंट वैल्यू ₹12,505 करोड़ आ रही है और इस बोली के जरिए वेदांता ने अदाणी ग्रुप को पीछे छोड़ दिया। हालांकि इसे खरीदने के लिए अदाणी ग्रुप, डालमिया भारत, वेदांता ग्रुप, जिंदल पावर और पीएनसी इंफ्राटेक ने शुरुआती बोली पेश की थी।
Jaiprakash Associates पर ₹57,185 करोड़ का बकाया
फाइनेंशियल क्रेडिटर्स ने जयप्रकाश एसोसिएट्स पर ₹57,185 करोड़ के भारी-भरकम का दावा किया है। एसबीआई की अगुवाई में लेंडर्स के कंसोर्टियम से इसके स्ट्रेस्ड लोन्स हासिल करन के बाद नेशनल एसेट रिकंस्ट्रक्शन कंपनी लिमिटेड (NARCL) दावेदारों की सूची में सबसे आगे है। जयप्रकाश एसोसिएट्स को नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT), इलाहाबाद के 3 जून 2024 के आदेश के जरिए कॉरपोरेट इनसॉल्वेंसी रिजॉल्यूशन प्रोसेस (CIRP) के जरिए लाया गया था।
दिवाला प्रक्रिया के तहत यह तब आया, जब यह लोन चुकाने में चूक गई। इसके पास नोएडा में जेपी ग्रीन्स विशटाउन के एक हिस्से के रूप में ग्रेटर नोएडा में जेपी ग्रीन्स और तैयार हो रहे जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास जेपी इंटरनेशनल स्पोर्ट्स सिटी जैसी प्रमुख रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स हैं। इसके दिल्ली-एनसीआर में इसके तीन कॉमर्शियल/इंडस्ट्रियल ऑफिस भी हैं, जबकि इसके होटल डिविजन की दिल्ली-एनसीआर, मसूरी और आगरा में पांच संपत्तियां हैं।
इन सबके अलावा कंपनी के पास एमपी और यूपी में चार सीमेंट प्लांट्स हैं और एमपी में लीज पर लिए हुए कुछ लाइमस्टोन माइन्स हैं। हालांकि सीमेंट प्लांट अभी चल नहीं रहे हैं। इन सबके अलावा जयप्रकाश एसोसिएट्स का सब्सिडरीज- जयप्रकाश पावर वेंचर्स, यमुना एक्सप्रेसवे टोलिंग, जयपी इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट समेत कुछ और कंपनियों में निवेश भी है।