WazirX Crypto Exchange: क्रिप्टो एक्सचेंज प्लेटफॉर्म WazirX ने गुरुवार को बताया कि उसके प्लेटफॉर्म पर ट्रेडिंग 24 अक्टूबर से दोबारा शुरू होगी। यह कदम एक साल से ज्यादा समय बाद उठाया गया है, जब कंपनी को एक सिक्योरिटी ब्रीच में 230 मिलियन डॉलर (करीब ₹1,900 करोड़) का नुकसान हुआ था।
कोर्ट की मंजूरी से रास्ता साफ
WazirX ने कहा कि सिंगापुर हाई कोर्ट ने अक्टूबर में उसके 'स्कीम ऑफ अरेंजमेंट' को मंजूरी दी है। इससे प्लेटफॉर्म को फिर से शुरू करने का रास्ता खुला। यह फैसला WazirX के यूजर्स के लिए बड़ी राहत की खबर है।
चार चरणों में बहाल होगी ट्रेडिंग
WazirX ने बताया कि ट्रेडिंग को फेज वाइज दोबारा शुरू किया जाएगा। 24 अक्टूबर से 27 अक्टूबर तक हर दिन करीब 25% टोकन एक्टिव किए जाएंगे। 27 अक्टूबर तक सभी टोकन पूरी तरह ट्रेडिंग के लिए उपलब्ध हो जाएंगे। कंपनी ने यह भी कहा कि पहले 30 दिनों तक यूजर्स से कोई ट्रेडिंग फीस नहीं ली जाएगी।
सुरक्षा और भरोसे पर ध्यान
WazirX के फाउंडर निश्चल शेट्टी ने कहा, 'दुनिया भर के क्रिप्टो बाजार में इस समय एसेट सिक्योरिटी बेहद अहम है। हमारा BitGo के साथ पार्टनरशिप प्लेटफॉर्म में एक और भरोसे की परत जोड़ता है। यह हमें वर्ल्ड-क्लास कस्टडी स्टैंडर्ड्स के साथ काम करने में मदद करेगा, जैसे ही हम ट्रेडिंग दोबारा शुरू कर रहे हैं।'
USDT मार्केट से शुरुआत होगी
WazirX ने कहा कि ट्रेडिंग दोबारा शुरू करने का मकसद लिक्विडिटी को सुरक्षित तरीके से बहाल करना, तकनीकी स्थिरता सुनिश्चित करना और सामान्य ट्रेडिंग की विश्वसनीय वापसी करना है।
शुरुआती चार दिनों में सभी टोकन USDT मार्केट में ट्रेड होंगे। इस दौरान सिर्फ USDT/INR जोड़ी ही लाइव रहेगी। कंपनी ने कहा कि बाकी INR ट्रेडिंग पेयर्स प्लेटफॉर्म के पूरी तरह एक्टिव होने के बाद धीरे-धीरे खोले जाएंगे, जिनकी जानकारी अलग-अलग घोषणाओं के जरिए दी जाएगी।
साइबर हमले से प्रभावित रहे लाखों यूजर्स
WazirX पर कुल 43 लाख लोगों (यूजर्स और निवेशकों) का पैसा बकाया है। ये वही लोग हैं, जिनके फंड्स पिछले साल हुए साइबर अटैक के दौरान फंस गए थे या जिनकी रकम का नुकसान हुआ था। यानी, ये सभी कंपनी के 'क्रेडिटर्स' हैं, जिनका पैसा कंपनी को लौटाना है या जिनके लिए सर्विस दोबारा बहाल करनी है।
WazirX पर 18 जुलाई 2024 को एक बड़ा साइबर अटैक हुआ था। इसमें लगभग $234.9 मिलियन (₹1,900 करोड़) की क्रिप्टोकरेंसी चोरी हो गई। इसके पीछे उत्तर कोरिया से जुड़े Lazarus Group का हाथ बताया गया।
हैकर्स ने WazirX के मल्टी-सिग्नेचर वॉलेट की सुरक्षा को भेदकर फर्जी खाता और स्मार्ट कॉन्ट्रैक्ट का इस्तेमाल किया। इसके जरिए उन्होंने वॉलेट पर नियंत्रण हासिल कर लिया और बड़ी मात्रा में टोकन चोरी कर लिए। इस हमले के बाद WazirX ने CERT-In, FIU-India और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के साथ मिलकर जांच शुरू की थी।
Disclaimer: यहां मुहैया जानकारी सिर्फ सूचना के लिए दी जा रही है। यहां बताना जरूरी है कि मार्केट में निवेश बाजार जोखिमों के अधीन है। निवेशक के तौर पर पैसा लगाने से पहले हमेशा एक्सपर्ट से सलाह लें। मनीकंट्रोल की तरफ से किसी को भी पैसा लगाने की यहां कभी भी सलाह नहीं दी जाती है।