Agri Commodity: इंटरनेशनल मार्केट में पाम ऑयल की कीमतों में फिर से तेजी लौट आई है। इंटरनेशनल मार्केट में कीमतों में तेजी आई। पाम ऑयल की कीमतें 4300 रिंग्गित के पार निकली है। 4 महीनों की ऊंचाई के करीब कारोबार कर रहा। रिंग्गित में मजबूती से कीमतों में तेजी आई। सोया ऑयल के दाम गिरने से पाम ऑयल की कीमतों को सपोर्ट मिला।
दाम बढ़ने से पाम ऑयल एक्सपोर्ट गिरा है। 1-20 जुलाई के बीच एक्सपोर्ट 4% गिरा है। चीन, भारत के पास पर्याप्त स्टॉक मौजूद है। अगस्त के लिए CPO का रेफरेंस भाव बढ़ाया है। अगस्त के लिए ड्यूटी बढ़कर 9% हुई। जुलाई में 8.5% एक्सपोर्ट ड्यूटी थी।
पाम ऑयल की चाल पर नजर डालें तो 1 हफ्ते में पाम ऑयल की कीमतों में 2 फीसदी की बढ़त देखने को मिली। जबकि 1 महीने में 4 फीसदी चढ़ा है। जनवरी 2025 से अब तक पाम ऑयल ने 3 फीसदी की गिरावट देखने को मिली। वहीं 1 साल में 8 फीसदी की छलांग लगाया है।
एशिया-पैसेफिक में बढ़ रही है दाल की मांग
एक रिपोर्ट कहती है कि एशिया पैसेफिक में दालों की मांग तेजी से बढ़ रही है। जिसमें सबसे ज्यादा हिस्सेदारी भारत की है, फिर चाहे वो मांग के मामले में हो, बाजार के मामले में या फिर उत्पादन के मामले में, सभी में भारत आगे है। 2035 तक 55 मिलियन टन मांग होगी। 2.5% सालाना की दर से मांग बढ़ रही।
साल 2024 में एशिया-पैसेफिक में दालों की मांग 46 मिलियन टन रही थी जबकि 2035 में 55 मिलियन टन दालों की मांग रहने का अनुमान है।