साल 2020 को कोरोना महामारी के लिए याद रखा जाएगा, लेकिन जब बात 2020 में कमोडिटी मार्केट की होगी तो इस साल निवेशकों ने कमोडिटी में जमकर पैसा बनाया। हालांकि कुछ एग्री कमोडिटी में दबाव भी रहा। लेकिन आने वाला नया साल यानी 2021 कमोडिटी मार्केट के लिए कैसा रहेगा। नए साल में एग्री कमोडिटी में आपको क्या स्ट्रैटेजी रखनी चाहिए, आज इसी पर फोकस होगा।
तेल-तिलहन: 2021 का आउटलुक
जानकारों का मानना है कि नए साल में भी सोयाबीन में तेजी जारी रहेगी। सोया मील और Crushing Plants से अच्छी मांग देखने को मिलेगी। दक्षिण अमेरिका में सोयाबीन के उत्पादन पर असर देखने को मिल सकता है। भारत में खाने के तेलों में इंपोर्ट में गिरावट देखने को मिल सकती है। घरेलू इंपोर्ट गिरने से सरसों और सोयाबीन को सपोर्ट मिल सकता है। अच्छी बुआई से सरसों पर दबाव रह सकता है।
2021: एग्री कमोडिटी में स्ट्रैटेजी
नए साल में कई एग्री कमोडिटी में तेजी की उम्मीद है। नए साल में सोयाबीन और कॉटन में रैली संभव है। सोयाबीन की ग्लोबल मांग बढ़ने की उम्मीद है। चीन ने कॉटन के इंपोर्ट में बढ़ोतरी की है। रबी चना की अच्छी बुआई से चना के भाव पर दबाव देखने को मिल सकता है। NCDEX पर चना का भाव MSP से नीचे है। उधर लॉकडाउन में मसालों में पर दबाव दिखा है। बुआई अच्छी रहने से धनिया पर आगे दबाव दिख सकता है। क्रूड डिमांड बढ़ने से ग्वार में तेजी संभव है।
चना: 2021 का आउटलुक
रबी चना की अच्छी बुआई से कीमतों पर दबाव मुमकिन है। NCDEX पर चना का भाव MSP से नीचे पहुंच गया है। सरकार ने 5100 रुपए प्रति क्विंटल MSP तय किया है। 18 दिसंबर तक चना का रकबा 10 फीसदी बढ़ा है। रबी दलहन बुआई सालाना आधार पर 6.67 फीसदी बढ़कर 141 लाख हेक्टेयर हो गई है। NAFED की तरफ से सेलिंग बढ़ने से भी दबाव बढ़ा है।
मसालों में 2021 का आउटलुक
नए साल में मसालों में तेजी की उम्मीद है। कोरोना के बाद डिमांड में धीरे-धीरे बढ़ोतरी हो रही है। नए साल में एक्सपोर्ट मांग बढ़ने की उम्मीद है। लॉकडाउन के दौरान मसालों पर दबाव दिखा है। होटल-रेस्त्रां बंद रहने से मांग काफी कम रही है। रबी धनिया और जीरा की बुआई काफी अच्छी है।
कॉटन: 2021 का आउटलुक
ग्लोबल उत्पादन घटने, मांग में तेजी से सपोर्ट मिल रहा है। कोरोना के बाद कॉटन में और तेजी की उम्मीद है। कपड़ा मिलों की तरफ से कॉटन की अच्छी मांग आ रही है। इकोनॉमी में रिकवरी की उम्मीद से सहारा मिल रहा है। चीन दुनिया के देशों से कॉटन इंपोर्ट कर रहा है। ICE कॉटन अप्रैल 2019 के हाई पर पहुंच गया है। MCX पर साल के निचले लेवल से 28 फीसदी बढ़त है।
कपास खली: 2021 का आउटलुक
जानकारों का मानना है कि 2021 में कॉटन के साथ Cocud में भी तेजी संभव है। कॉटन का ग्लोबल उत्पादन घटने से सपोर्ट मिल रही है। सोयाबीन के भाव बढ़ने से भी Cocud में तेजी का रुझान है। कपास खली की डिमांड सर्दियों में बढ़ जाती है।
ग्वार: 2021 का आउटलुक
कच्चे तेल की डिमांड बढ़ने से ग्वार को सपोर्ट मिल रहा है। नए साल में सप्लाई कम और मांग ज्यादा संभव है। तेल-गैस सेक्टर से ग्वारगम की डिमांड बढ़ेगी।
इकोनॉमी में रिकवरी से कच्चे तेल की मांग बढ़ेगी।
कैस्टर: 2021 का आउटलुक
लॉकडाउन खत्म होने के बाद इंडस्ट्री से मांग बढ़ी है। कैस्टर की नई फसल भी कम रहने की उम्मीद है। चीन से भी कैस्टर इंपोर्ट बढ़ने से भाव को सपोर्ट मिल रहा है।
Kedia Commodity के अजय केडिया की निवेश सलाह
BUY SOYABEAN 2021 4350 TGT 5000 SL 3950
SELL CHANA 2021 4600 TGT 4000 SL 4900
BUY CORIANDER 2021 5750 TGT 7200 SL 5000
Comm Trendz के T Gnanasekar की निवेश सलाह
BUY COTTON 2021 20,400 TGT 24,000 SL 20,200
BUY RM SEED 2021 5600 TGT 6700 SL 5300
BUY TURMERIC 2021 5600 TGT 7250 SL 5470
Paradigm Commodity के बीरेन वकील की निवेश सलाह
BUY CPO 2021 880 TGT 1030 SL 840
BUY COCUD 2021 1880 TGT 2300 SL 1700
BUY GUAR SEED 2021 3550 TGT 4700 SL 3400
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