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Cotton Price: कॉटन एक्सपोर्टर से इंपोर्टर बना भारत, सरकार के इस फैसले से चमकी इंडस्ट्रीज, क्या कीमतों में भी आएगा उछाल

Cotton Import rise: देश में कॉटन का रिकॉर्ड इंपोर्ट की उम्मीद है। सितंबर तक 39 लाख बेल्स का इंपोर्ट संभव है जबकि जुलाई अंत तक 33 लाख बेल्स की डिलीवरी हुई। 2024-25 क्रॉप ईयर में रिकॉर्ड इंपोर्ट हुआ। सितंबर में 2024-25 क्रॉप ईयर खत्म होगा

Edited By: Sujata Yadavअपडेटेड Aug 19, 2025 पर 12:57 PM
Cotton Price: कॉटन एक्सपोर्टर से इंपोर्टर बना भारत, सरकार के इस फैसले से चमकी इंडस्ट्रीज, क्या कीमतों में भी आएगा उछाल
अतुल गनात्रा ने कहा कि सरकार ने CAI की मांग मानी है। देश में हर महीने 3 लाख बेल्स का इंपोर्ट हो रहा है। सरकार से इंपोर्ट ड्यूटी हटाने की मांग की थी।

Cotton Import rise: देश में कॉटन का रिकॉर्ड इंपोर्ट की उम्मीद है। सितंबर तक 39 लाख बेल्स का इंपोर्ट संभव है जबकि जुलाई अंत तक 33 लाख बेल्स की डिलीवरी हुई। 2024-25 क्रॉप ईयर में रिकॉर्ड इंपोर्ट हुआ। सितंबर में 2024-25 क्रॉप ईयर खत्म होगा। कॉटन का आधा इंपोर्ट ब्राजील से हुआ। 8-10 लाख बेल्स का इंपोर्ट दूसरे अफ्रीकी देशों से हुआ। ऑस्ट्रेलिया से भी 3 लाख बेल्स का इंपोर्ट हुआ।

देश में कॉटन का इंपोर्ट आंकड़ों पर नजर डालें तो वित्त वर्ष 2023-24 में 238.30 मिलियन डॉलर और वित्त वर्ष 2024-25 में 383.22 मिलियन डॉलर रहा।

कॉटन पर CAI

इंटरनेशल मार्केट में भारतीय कॉटन के दाम ज्यादा है। भारतीय कॉटन के दाम 10-12% तक ज्यादा है। कंपनियां अभी से इंपोर्ट कॉन्ट्रैक्ट कर रही हैं। अगले साल के लिए कॉन्ट्रैक्ट कर रही हैं। 10 दिनों में 1.5 लाख बेल्स के लिए कॉन्ट्रैक्ट कर रहा। अक्टूबर-नवंबर-दिसंबर में डिलीवरी होगी।

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