Currency Check: डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर, जानकारों ने कहा 85.70- 86.10 के दायरे में बना रहेगा रुपया

Currency Check: दिलीप परमार ने कहा अमेरिकी मुद्रास्फीति के आँकड़ों के बाद फेडरल रिज़र्व के आक्रामक रुख़ की उम्मीदों और भारत-अमेरिका व्यापार समझौतों को लेकर लगातार अनिश्चितताओं के कारण डॉलर के लिए धारणा बेहद अनुकूल बनी हुई है

अपडेटेड Jul 16, 2025 पर 4:46 PM
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भारतीय रुपये में आज वौलेटिलिटी देखने को मिली। शुरुआत में मज़बूत अमेरिकी डॉलर के मुक़ाबले यह कमज़ोर हुआ, फिर डॉलर की आपूर्ति के कारण बीच सत्र में इसमें सुधार हुआ

Currency Check: भारत-अमेरिका व्यापार समझौते को लेकर अनिश्चितताओं के बीच प्रमुख विदेशी मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी मुद्रा में मजबूती के कारण बुधवार को रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 18 पैसे गिरकर 85.94 पर बंद हुआ।

इंटरबैंक फॉरेन एक्सचेंज बाजार में रुपया डॉलर के मुकाबले 86.02 पर कमजोर खुला। कारोबार के दौरान यह 85.74-86.05 के दायरे में रहा और अंत में 85.94 पर बंद हुआ, जो पिछले बंद भाव से 18 पैसे कम है।पिछले सत्र में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 16 पैसे बढ़कर 85.76 पर बंद हुआ था।

भारतीय रुपये में आज वौलेटिलिटी देखने को मिली। शुरुआत में मज़बूत अमेरिकी डॉलर के मुक़ाबले यह कमज़ोर हुआ, फिर डॉलर की आपूर्ति के कारण बीच सत्र में इसमें सुधार हुआ, और अंत में शुद्ध घाटा हुआ।यह उतार-चढ़ाव USDINR जोड़ी के लिए 3 दिनों के समेकन चरण के बाद आया है, जो 85.70 से 86.05 के बीच रहा।


एचडीएफसी सिक्योरिटीज़ के शोध विश्लेषक दिलीप परमार ने कहा, "अमेरिकी मुद्रास्फीति के आँकड़ों के बाद फेडरल रिज़र्व के आक्रामक रुख़ की उम्मीदों और भारत-अमेरिका व्यापार समझौतों को लेकर लगातार अनिश्चितताओं के कारण डॉलर के लिए धारणा बेहद अनुकूल बनी हुई है।

एलकेपी सिक्योरिटीज में कमोडिटी एंड करेसी वीपी रिसर्च एनालिस्ट जतिन त्रिवेदी का कहना है कि डॉलर के 98.50 के स्तर से ऊपर बने रहने के कारण रुपया 0.10 रुपये की कमजोरी के साथ 85.95 पर कारोबार कर रहा है, जो 0.12% की गिरावट है। अमेरिकी उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (CPI) के अनुमान से अधिक 2.4% की तुलना में 2.7% रहने से डॉलर सूचकांक में मजबूती आई है। आगे चलकर PPI और शुरुआती बेरोजगारी दावों सहित प्रमुख अमेरिकी आंकड़ों से रुपये में उतार-चढ़ाव जारी रहने की उम्मीद है। करेंसी के 85.45 से 86.25 के बीच कारोबार करने की संभावना है।

फिनरेक्स ट्रेजरी एडवाइजर्स एलएलपी के ट्रेजरी प्रमुख और कार्यकारी निदेशक अनिल कुमार भंसाली ने कहा, "हम व्यापार समझौते के नतीजों का इंतज़ार कर रहे हैं क्योंकि निवेश और निकासी के कारण रुपया 85.70 से 86.10 के दायरे में स्थिर बना हुआ है। हमें कल (गुरुवार) भी रुपये के इसी दायरे में रहने की उम्मीद है।"

MoneyControl News

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First Published: Jul 16, 2025 4:45 PM

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