पांच दिन के दिवाली त्योहार की शुरुआत आज (10 नवंबर) से हो गई है। आज धनतेरस है। 11 नवंबर को रूपचतुर्दशी है। 12 नवंबर को दिवाली मनाई जाएगी। 13 नवंबर को गोवर्द्धन पूजा और अन्नकूट है। 15 नवंबर को भैया दूज है। दिवाली फेस्टिवल के पहले दिन यानी धनतेरस पर लोगों में काफी उत्साह है। आज धनतेरस पर देश में 50,000 करोड़ रुपये की खरीदारी का अनुमान है। 5,000 करोड़ रुपये की खरीदारी सिर्फ दिल्ली में हुई है। कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) ने यह अनुमान जताया है। धनतेरस पर सोने-चांदी खरीदने का चलन है। माना जाता है कि इस मौके पर बहुमूल्य धातु खरीदने से घर-परिवार में समृद्धि आती है। कई लोग इस मौके पर सोने के बिस्कुट और कॉइन खरीदते हैं। कई लोग बरतन खरीदते हैं। आज दिल्ली सहित देश के बड़े शहरों में बाजारों में खूब चहल-पहल है। लोगों की अच्छी भीड़ दिख रही है।
धनतेरस पर सोना-चांदी खरीदना शुभ
CAIT के नेशनल प्रेसिडेंट बीसी भरतिया और महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि धनतेरस के दिन श्री गणेश और श्री लक्ष्मी के साथ श्री कुबेर जी की प्रतिमा और फोटो लोग खरीदते हैं। इस दिन कई लोग नई गाड़ियां खरीदते हैं। इसके लिए पहले से बुकिंग कराई जाती है। गाड़ी की डिलीवरी लोग धनतेरस के दिन लेते हैं। कई लोग सोना-चांदी और बरतन खरीदते हैं। ऑल इंडिया ज्वेलर्स और गोल्डस्मिथ्स फेडरेशन के प्रेसिडेंट पंकज अरोड़ा ने कहा कि दोपहर तक देशभर में करीब 30,000 करोड़ रुपये मूल्य के सोना-चांदी और दूसरी चीजों की खरीदारी हो गई थी।
पिछले एक साल में सोने का रिटर्न 20 फीसदी
अरोड़ा ने बताया कि सोने की बिक्री करीब 27,000 करोड़ रुपये की हो चुकी है। चांदी की खरीदारी भी करीब 3000 करोड़ रुपये की हुई है। पिछले साल धनतेरस पर लोगों ने 25,000 करोड़ रुपये की खरीदारी की थी। तब सोने की कीमत 52,000 रुपये प्रति 10 ग्राम थी। आज यह 62,000 रुपये प्रति 10 ग्राम है। पिछले साल चांदी की कीमत 58,000 रुपये प्रति किलो थी, जबकि इस साल इसका भाव 72,000 रुपये प्रति किलो है। अनुमान है कि आज धनतेरस पर 41 टन सोना और 400 टन चांदी की बिक्री होने का अनुमान है। इसमें ज्वेलरी और कॉइंस दोनों शामिल हैं।
एक साल में 800 टन सोने का आयात
देशभर में करीब 4 लाख छोटे और बड़े ज्वेलर्स हैं। इसमें से करीब 1.85 लाख ज्वेलर्स ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड (BIS) में रजिस्टर्ड हैं। करीब 2.25 लाख ज्वेलर्स ऐसे इलाकों में हैं, जहां सरकार ने अभी BIS के नियमों को लागू नहीं किया है। हर साल इंडिया करीब 800 टन सोने और करीब 4000 टन चांदी का आयात करता है।