Gold prices : फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती और सतर्कता भरे गाइडेंस के बाद अमेरिकी डॉलर के मजबूत होने से गुरुवार (18 सितंबर) को सोने की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई। हाजिर बाजार में सोना 0.1 फीसदी गिरकर 3,655.10 डॉलर प्रति औंस पर आ गया, जबकि अमेरिका में दिसंबर गोल्ड फ्यूचर्स 0.8 फीसदी गिरकर 3,689.80 डॉलर प्रति औंस पर आ गया। गुडरिटर्न्स के मुताबिक भारत में सोने की कीमतें 574 रुपये या 0.52 फीसदी गिरकर 1.09 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गईं हैं।
फेड ब्याज दर में कटौती और डॉलर की मजबूती
US फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में 25 बेसिस प्वाइंट की कटौती करके उसको 4.00-4.25 फीसदी कर दिया और आगे भी नरमी बरतने के संकेत दिए हैं। हालांकि इसकी पहले से ही काफी उम्मीद थी, लेकिन फेड के सतर्क रुख से संकेत मिला कि वह दरों में धीरे-धीरे कटौती करेगा। इससे डॉलर में मजबूती आई।
मैरेक्स के एनालिस्ट एडवर्ड मीर ने कहा कि ब्याज दरों पर फेड का संदेश थोड़ा आक्रामक है। फेड की बैठक के बाद हमने डॉलर में मजबूती देखने को मिली और ट्रेजरी यील्ड में भी बढ़ोतरी हुई। शॉर्ट टर्म में सोना और भी गिर सकता है। यह 3,600 डॉलर प्रति औंस तक गिर सकता है।
दुनिया की दूसरी बड़ी मुद्राओं के मुकाबले डॉलर में 0.3 फीसदी की बढ़त हुई है। जिससे विदेशी खरीदारों के लिए सोना महंगा हो गया है। इससे इसकी कीमतों में गिरावट आई है।
सोने के घरेलू बाजार की स्थिति
भारत का गोल्ड मार्केट अंतर्राष्ट्रीय बाजार के मुताबिक ही नजर आ रहा है। हालांकि, इसकी मांग को सीजनल फैक्टर्स से सपोर्ट मिल रहा है। इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन की वाइस प्रेसीडेंट अक्ष कंबोज ने कहा, "फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती से सोने को नई तेजी मिली है। जब तक रुपये में बड़ी गिरावट नहीं होता या केंद्रीय बैंक बहुत ज्यादा आक्रामक रुख नहीं अपनाते, तब तक सोने के ऊंचे स्तर पर बने रहने की उम्मीद है। आगे गहनों की मांग मज़बूत बनी रहेगीष खरीदार हल्के और किफ़ायती डिज़ाइनों को पसंद करेंगे।"
कामा ज्वेलरी के एमडी कॉलिन शाह ने कहा कि फेड के इस कदम से अमेरिका में भारत के रत्न और आभूषण निर्यात करने वालों को राहत मिलेगी। वहीं,घरेलू बाजार में सोने की कीमतों में बढ़त जारी रह सकती है। सोने की कीमतें 1.10 लाख से 1.12 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के बीच रह सकती हैं और निकट भविष्य में अंतरराष्ट्रीय कीमतें 3,600-3,700 डॉलर प्रति औंस के बीच रहने की उम्मीद है।
टेक्निकल पुलबैक और ETF रुझान
बुधवार (17 सितंबर) को 3,707.40 डॉलर प्रति औंस के रिकॉर्ड हाई को छूने के बाद, सोने की कीमतों में मामूली मुनाफावसूली देखने को मिली। दुनिया के सबसे बड़े गोल्ड सपोर्टेड ETF, SPDR गोल्ड ट्रस्ट ने अपनी होल्डिंग में गिरावट दर्ज की है। इसकी होल्डिंग 979.95 टन से गिर कर 975.66 टन पर आ गई है।
एस्पेक्ट बुलियन एंड रिफाइनरी के CEO दर्शन देसाई ने कहा क रिकॉर्ड ऊंचाई से कीमतों में आई गिरावट 'sell-the-news' की तत्काल प्रतिक्रिया से ज्यादा कुछ नहीं है। मौजूदा भू-राजनीतिक तनाव,कमज़ोर अमेरिकी डॉलर और लगातार बनी आर्थिक अनिश्चितताओं को देखते हुए,किसी भी गिरावट में बाजार में नए सिरे से खरीदारी बढ़ने की संभावना है।
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