Diamond in India: देश में डायमंड की डिमांड फिर से बढ़ रही है। इंटरनेशनल मार्केट में नैचुरल डायमंड में 6 फीसदी की बढ़त देखने को मिला जबकि लैब ग्रोन में 2 फीसदी की गिरावट आई। भारत डायमंड ज्वेलरी का सबसे बड़ा एक्सपोर्टर है। लैब ग्रोन डायमंड बनाने में भारत का 50% हिस्सा है।
मई 2025 में डायमंड का एक्सपोर्ट पर नजर डालें तो कट-पॉलिश डायमंड का एक्सपोर्ट 950 मिलियन डॉलर रहा जबकि पॉलिश लैब ग्रोन 81 मिलियन डॉलर, रफ डायमंड का एक्सपोर्ट 24 मिलियन डॉलर और रफ लैब ग्रोन डायमंड का एक्सपोर्ट 4 मिलियन डॉलर रहा है।
इंटरनेशनल मार्केट में रफ डायमंड की चाल पर नजर डालें तो 1 हफ्ते में 0.7 फीसदी की गिरावट आई है जबकि 1 महीने में यह 0.6 फीसदी टूटा। वहीं 3 महीने में इसमें 0.3 फीसदी की बढ़त देखने को मिली। इसी तरह 6 महीने में रफ डायमंड में 1.1 फीसदी का उछाल देखने को मिला है।
देश में हीरों की मांग बढ़ रही
किसना डायमंड ज्वेलरी के घनश्याम ढोलकिया का कहना है कि देश में हीरों की मांग बढ़ रही है। जुलाई में मांग और बढ़ने की उम्मीद है। त्योहारों के मांग और बढ़ने की उम्मीद है। सोने की कीमतों में इजाफे का असर भी डिमांड पर पड़ा है। सोने और डायमंड की कीमत लगातार बढ़ रही है ।
डायमंड के लिए अमेरिका भारत के लिए बड़ा बाजार है। ट्रंप टैरिफ पर बाजार की नजर बनी हुई है। भारत के लिए टैरिफ की दर दूसरे देशों से कम रह सकती है। टैरिफ की दर कम रही तो भारत को फायदा होगा। उन्होंने आगे कहा कि युवाओं में डायमंड के प्रति रुझान बढ़ा है। भारत में डायमंड की मांग तेजी से बढ़ रही है।
टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल डायमंड इंडस्ट्रीज में बढ़ा है। इंडस्ट्रीज अब AI का इस्तेमाल कर रही है। आज हम 5000-10000 रुपये में डायमंड का पेंडेट बेच रहे हैं। जबकि 1 लाख रुपये में डायमंड का पूरा सेट बेच रहे हैं। आने वाले 2-3 सालों में डायमंड ज्लेवरी की डिमांड में उछाल आने की पूरी संभावना है।
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