Gold Price: अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा सितंबर में ब्याज दरों में कटौती की बढ़ती उम्मीदों के बीच गुरुवार (14 अगस्त) को सोने की कीमतों में लगातार तीसरे सत्र में तेजी जारी रही। अमेरिका में उम्मीद से कम मुद्रास्फीति के आंकड़ों ने डॉलर को कमजोर किया है, यहीं कारण है कि सोने की तेजी को और सपोर्ट मिला।
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में हाजिर सोना 0.2% बढ़कर 0410 GMT पर 3,359.81 डॉलर प्रति औंस हो गया, जबकि दिसंबर डिलीवरी के लिए अमेरिकी सोना वायदा 0.3% बढ़कर 3,408.50 डॉलर प्रति औंस हो गया। सीएनबीसी टीवी 18 के अनुसार 24 कैरेट सोने के लिए ₹1.01 लाख प्रति 10 ग्राम, 22 कैरेट सोने के लिए ₹92,900 प्रति 10 ग्राम और 18 कैरेट सोने के लिए ₹76,010 प्रति 10 ग्राम रही है।
जुलाई में अमेरिकी उपभोक्ता कीमतों में मामूली वृद्धि के बाद बाजार की धारणा बदल गई है, जिससे ब्याज दरों में कटौती की संभावना बढ़ गई है। व्यापारी अब 17 सितंबर की फेड बैठक में ब्याज दरों में कटौती को लगभग निश्चित मान रहे हैं, और 50 आधार अंकों की बड़ी कटौती की संभावना लगभग 6% है।
कमज़ोर डॉलर, एक सप्ताह के निचले स्तर पर पहुंचे अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड और वैश्विक व्यापार तनाव को लेकर चिंताएं भी सुरक्षित निवेश की माँग को बढ़ावा दे रही हैं।
सीएनबीसी- आवाज के मुताबिक जुलाई में पिछले साल से 20% सोने का एक्सपोर्ट बढ़ा। सोने के गहनों का एक्सपोर्ट $814 मिलियन है। जुलाई में पॉलिश डायमंड का एक्सपोर्ट 1072 मिलियन डॉलर हुआ जबकि लैब ग्रोन डायमंड का एक्सपोर्ट 122 मिलियन डॉलर, कलर्ड जेमस्टोन का 20 मिलियन डॉलर, प्लेन गोल्ड ज्वेलरी का 352 मिलियन डॉलर और सोने के जड़ाऊ गहने का 461 मिलियन डॉलर एक्सपोर्ट हुआ।
GJEPC के एक्स चेयरमैन कॉलिन शाह का कहना है कि जुलाई में ट्रंप टैरिफ के असर से पहले एक्सपोर्ट बढ़ा है। 1 अगस्त से भारत पर 25 फीसदी लागू हुआ। अगले अतिरिक्त 25 फीसदी टैरिफ पर बातचीत होने की उम्मीद है। कॉलिन शाह ने आगे कहा कि अगस्त-सितंबर से एक्सपोर्ट गिरने की आशंका है। अमेरिका में अभी से क्रिसमस की खरीद जुलाई में ही हो गई ।
चांदी पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि चांदी के दाम काफी ज्यादा बढ़ गए है। कीमतों में तेजी के कारण अभी चांदी की मांग थोड़ी घटी है ।
Kedia Advisory के डायरेक्टर अजय केडिया ने कहा कि सोने की चाल आज सुस्त रही है। घरेलू बाजार में देखें तो सोना 1 लाख रुपये से 1 लाख 5 हजार के आसपास कारोबार कर रहा है। अगर सीजफायर होती है तो यह गोल्ड के लिए बेहतर नहीं होगा। हालांकि सीजफायर की उम्मीद नहीं है। हालांकि बाजार की नजर ट्रंप के बैठक पर लगी हुई है। वहीं फेड द्वारा ब्याज दरों में कटौती को लेकर भी बाजार की नजर बनी हुई है।
इंटरनेशनल मार्केट में 3332-3380 डॉलर प्रति औंस के बीच सोने रह सकता है। लिहाजा सोने में कोई ट्रेड कैरी ना करें। वहीं घरेलू बाजार में सोने में 99500 रुपये के आसपास सपोर्ट बना हुआ है।
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