Gold Price Today: भारत पर 25% अतिरिक्त टैरिफ का नोटिफिकेशन जारी है। US से 25% अतिरिक्त टैरिफ का नोटिफिकेशन जारी किया। US समय के अनुसार 27 अगस्त रात 12:01 से लागू होगा। एमसीएक्स एक्सचेंज पर 3 अक्टूबर, 2025 को एक्सपायर होने वाला सोना वायदा 0.30 फीसदी बढ़कर 1,00,925 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा था। वहीं, 5 सितंबर, 2025 को एक्सपायर होने वाला चांदी वायदा 0.43 फीसदी बढ़कर 1,16,449 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गया।
ज्वेलरी इंडस्ट्री के लिए अमेरिका सबसे बड़ा बाजार है। अमेरिका को $9-10 बिलियन का एक्सपोर्ट होता है। 30% ज्वेलरी अमेरिका को एक्सपोर्ट होती है। इंडस्ट्री के लिए 50% टैरिफ पर एक्सपोर्ट संभव नहीं है।
भारत-US का जेम्स-ज्वेलरी कारोबार पर नजर डालें तो FY2023-24 में भारत का कुल एक्सपोर्ट 32.85 बिलियन डॉलर रहा है जबकि अमेरिका को एक्सपोर्ट 9.95 बिलियन डॉलर पर रहा। एक्सपोर्ट में US का हिस्सा 30.29 फीसदी हिस्सा है।
US का जेम्स-ज्वेलरी इंपोर्ट FY2023-24 में दुनिया के बाकी देशों से 89.12 बिलियन डॉलर पर रहा। भारत से 9.95 बिलियन डॉलर पर रहा।
अमेरिका के 50% टैरिफ से हालात और बिगड़ेंगे
मेटल्स फोकस सीनियर कंसल्टेंट हर्षल बारोट ने कहा कि अमेरिका अपने यहां ज्वेलरी मेकिंग को बढ़ाना चाहता है। एक्सपोर्ट में 5-25 फीसदी का ही मार्जिन होता है, टैरिफ की दर 50 फीसदी है। सरकार के राहत देने से भी हालात नहीं सुधरेंगे। इंडस्ट्रीज को दूसरे बाजार अब देखने होंगे। उन्होंने कहा कि टैरिफ को लेकर बातचीत कब तक चलेगी उसका भी बाजार पर असर होगा।
कामाख्या ज्वेल्स के मनोज झा ने कहा कि पहले ही इंडस्ट्री 25 फीसदी टैरिफ से परेशान थी। अब 50 फीसदी टैरिफ से हालात और बिगड़ेंगे। इंडस्ट्रीज अब दूसरे बाजार भी तलाश रहा है। उन्होंने कहा कि यूएस की क्रिसमस की मांग अभी से बंद हो गई है। हॉगकॉग में फैक्ट्री लगाने का भी विचार इंडस्ट्रीज कर रही है। मैक्सिको, दूसरे देशों में मैन्यूफैक्चरिंग यूनिट्स लगाने की कोशिश कर रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि दुबई में फैक्ट्री लगाने की लागत भारत की तुलना में काफी ज्यादा है। दूसरे देशों से भी अमेरिका में एक्सपोर्ट करने पर परेशानी होती है। दूसरे देशों के साथ FTA, BTA करने की जरुरत है। दूसरे जगहों पर फैक्ट्री लगाने से मार्जिन बहुत घट जाएगा। सोने की बिक्री पहले ही 30-35 फीसदी घट चुकी है।
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