Gold Price Today: ग्लोबल और भारतीय बाजार में सोने में रिकॉर्ड तेजी के बाद अब भारी गिरावट देखने को मिल सकती है। कमाख्या ज्वेलर्स (Kamakhya Jewels) के को-फाउंडर मनोज झा ने कहा है कि सोना इस समय एक "बबल जोन" में एंट्री कर चुका है और आने वाले महीनों में इसमें मुनाफावसूली (प्रॉफिट बुकिंग) का दौर देखने को मिल सकती है।
CNBC-TV18 से बातचीत में मनोज झा ने कहा कि सोना अपने टर्निंग प्वाइंट की तरफ पहुंच गया है और निवेशक भी अब थोड़े चिंतित हैं। उन्होंने आगे कहा, "इससे पहले, सोने में 1979-80 और फिर 2010-11 में बड़ी तेजी आई थी, लेकिन उस तेजी के बाद इसमें तेज़ी से गिरावट भी देखने को मिला था।
मनोझ झा के मुताबिक सोने की कीमतों में हालिया उछाल ने निवेशकों के पोर्टफोलियो एलोकेशन को सामान्य से ज़्यादा बढ़ा दिया है। उन्होंने कहा, "आम तौर पर लोग अपने पोर्टफोलियो में 10-12% सोना रखते हैं, लेकिन हालिया कीमतों में बढ़ोतरी के बाद यह अनुपात बढ़कर 18-22% हो गया है। इसलिए कई निवेशक अब मुनाफ़ा कमाना चाह सकते हैं क्योंकि सोना ओवरबॉट ज़ोन में है।"
इस बातचीत में उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद है कि सोने की कीमतों में नियर टर्म में 300-400 डॉलर प्रति औंस तक की गिरावट आ सकती हैं। हालांकि यह गिरावट निवेश का मौका देगी और लंबे अवधि के निवेशक तब दोबारा प्रवेश कर सकते हैं। हालांकि उनका मानना है कि शॉर्ट-टर्म करेक्शन बाजार के लिए सही रहेगा और इससे आगे चलकर निवेशकों की रुचि बनी रहेगी।
शॉर्ट टर्म करेक्शन की संभावनाओं के बीच मनोज झा त्योहारी और लंबी अवधि के लिए भारत में सोने की मांग को लेकर आशावादी नजर आए। उन्होंने कहा कि इस साल धनतेरस के दौरान आभूषणों की मांग "उम्मीद से बेहतर" रही, रिकॉर्ड कीमतों और सर्राफा बिक्री में साल-दर-साल 25% से ज़्यादा की वृद्धि के बावजूद बिक्री में केवल 15-20% की गिरावट आई।
बता दें कि अमेरिका में ब्याज दरों में और कटौती की उम्मीद और वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के चलते सोमवार (20 अक्टूबर) को भारत में सोने की कीमतों में तेज़ी आई। आज 24 कैरेट सोना ₹13,069 प्रति ग्राम, 22 कैरेट सोना ₹11,980 प्रति ग्राम और 18 कैरेट (999 ग्राम सोना) ₹9,802 प्रति ग्राम पर कारोबार कर रहा है।
वैश्विक स्तर पर हाजिर सोना 0.1% बढ़कर 4,253.33 डॉलर प्रति औंस हो गया, जबकि दिसंबर डिलीवरी के लिए अमेरिकी सोना वायदा 1.3% बढ़कर 4,266.30 डॉलर प्रति औंस हो गया। ऊंची कीमतों के बावजूद, झा का मानना है कि निकट भविष्य में सुधार बाजार के लिए अच्छा रहेगा, जिससे आगे चलकर निवेशकों की रुचि बनी रहेगी।
(डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सार्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।