Gold Price Today: सोने की कीमतें एक बार फिर अपने ऑल टाइम हाई के पास जाती दिखी। दरअसल, अमेरिका में संभावित सरकारी शटडाउन और कमजोर जॉब डेटा ने निवेशकों को सोने की ओर आकर्षित किया है। COMEX पर गोल्ड पहली बार 3,875 डॉलर प्रति औंस के पार पहुंचा, जबकि स्पॉट गोल्ड भी ऊंचाई के करीब स्थिर रहा।
कमजोर डॉलर और शटडाउन की आशंका
डॉलर में नरमी ने विदेशी खरीदारों के लिए सोने को और आकर्षक बना दिया। डॉलर इंडेक्स 1 हफ़्ते के निचले स्तर के आसपास रहा, जिससे कीमतों को सपोर्ट मिला।
एबीसी रिफ़ाइनरी में संस्थागत बाज़ारों के वैश्विक प्रमुख निकोलस फ्रैपेल ने कहा, "अमेरिकी सरकारी फंडिंग को लेकर राजनीतिक गतिरोध और व्यापक भू-राजनीतिक अनिश्चितता निवेशकों को सोने में निवेश करने के लिए प्रेरित कर रही है।" अमेरिकी सीनेट मंगलवार (30 सितंबर) को फंडिंग विस्तार को पारित करने में विफल रही, जिससे संघीय शटडाउन की संभावना बढ़ गई है। सरकारी कामकाज ठप होने से शुक्रवार के नॉन- फॉर्म पेरोल सहित प्रमुख आंकड़ों के जारी होने में देरी हो सकती है।
लेबर डेटा के बाद ब्याज दरों में कटौती की संभावनाएं हुई तेज
JOLTS की नई रिपोर्ट में लेबर स्थितियों में नरमी की ओर इशारा किया गया है, जिसमें नौकरियों के अवसर मामूली रूप से बढ़े हैं और नियुक्तियों में कमी आई है। सीएमई फेडवॉच टूल के अनुसार, ट्रेडर्स अब इस महीने फेड द्वारा ब्याज दरों में 25-बेसिस प्वाइंट की कटौती की 97% संभावना और दिसंबर में 76% संभावना मान रहे हैं।
हालांकि बाजार जानकारों का कहना है कि सोने में तेजी अभी भी जारी है और "नियर टर्म में और मजबूती" की संभावना है।
मेहता इक्विटीज़ के कमोडिटी उपाध्यक्ष राहुल कलंत्री ने कहा ऊंची कीमतों के बावजूद सितंबर में भारत का सोना और चांदी का आयात रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच गया। रुपये में गिरावट ने घरेलू सर्राफा को और मज़बूती दी है।" राजनीतिक जोखिम बढ़ने, डॉलर पर दबाव और ब्याज दरों में कटौती के मद्देनज़र, विश्लेषकों को उम्मीद है कि नियर टर्म सोने की कीमतें ऊंची बनी रहेंगी।
SMC ग्लोबल सिक्योरिटीज AVP वंदना भारती ने कहा कि सोने में कल हल्के करेक्शन के बाद फिर से सेफ बाईंग होती हुई दिखाई दी है। नॉन- फॉर्म पेरोल और अमेरिका में कामकाज बंद होने के कारण सोने में तेजी देखने को मिल रही है। ऐसे में 3950- 4000 डॉलर प्रति औंस का स्तर सोना दिखा सकता है। वहीं घरेलू बाजार में सोना 1.18 -1.19 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव दिखा सकता है।
सोने के मुकाबले चांदी में खरीदारी करना ज्यादा तेजी दिखा सकता है। चांदी में निवेशकों को ज्यादा वेटेज रखना चाहिए। वित्त वर्ष 2026 के पहली तिमाही तक चांदी $55 तक पहुंच सकती है।
(डिस्क्लेमर: मनीकंट्रोल.कॉम पर दिए गए विचार एक्सपर्ट के अपने निजी विचार होते हैं। वेबसाइट या मैनेजमेंट इसके लिए उत्तरदाई नहीं है। यूजर्स को मनी कंट्रोल की सलाह है कि कोई भी निवेश निर्णय लेने से पहले सार्टिफाइड एक्सपर्ट की सलाह लें।