Sugar Price: रुपया कमजोर हो रहा है, जिसके वजह से शुगर इंडस्ट्री एक्सपोर्ट बढ़ने की उम्मीद कर रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अभी तक 1 लाख टन एक्सपोर्ट का कॉन्ट्रैक्ट हुआ है। अभी तक 88/$ के भाव पर कॉन्ट्रैक्ट हुआ है।
Sugar Price: रुपया कमजोर हो रहा है, जिसके वजह से शुगर इंडस्ट्री एक्सपोर्ट बढ़ने की उम्मीद कर रही है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अभी तक 1 लाख टन एक्सपोर्ट का कॉन्ट्रैक्ट हुआ है। अभी तक 88/$ के भाव पर कॉन्ट्रैक्ट हुआ है।
चीनी एक्सपोर्ट को है मंजूरी
1.5 मिलियन टन चीनी एक्सपोर्ट की मंजूरी है। 2025-26 सीजन के लिए एक्सपोर्ट की मंजूरी मिली। सरकार ने 14 नवंबर को मंजूरी दी थी। अक्टूबर से सितंबर तक सीजन चलता है। अफगानिस्तान, श्रीलंका, सोमालिया, यमन, केन्या , मिडिल ईस्ट और कुछ अफ्रीकी देशों में चीनी की मांग बढ़ रही है।
एक्सपोर्ट की मिलेगी मंजूरी?
नेशनल को-ऑपरेटिव शुगर फेडरेशन (NCSF) के मुताबिक, 30 नवंबर 2025 तक देश में 486 लाख टन गन्ने की पेराई हो चुकी है, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में हुई 334 लाख टन पेराई से कहीं अधिक है। NFCSF ने की सरकार से 10 लाख टन अतिरिक्त मंजूरी की मांग की। NFCSF ने कहा कि मंजूरी से घरेलू हालात सुधरेंगे। चीनी के इंटरनेशनल दाम गिरे हैं।
ISMA के DG दीपक बल्लानी ने कहा कि डॉलर की मजबूती से एक्सपोर्ट बढ़ने की उम्मीद है। 440-450 डॉलर के भाव पर डील हुए हैं। आनेवाले दिनों 1-2 महीने में चीनी का अच्छा एक्सपोर्ट होने की संभावना है। फसलों की बुआई पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि देश में गन्नों की कटाई अच्छी है। जहां तक हमारा अनुमान 340 लाख टन का उत्पादन होने का वह होता दिखाई देगा।
उन्होंने आगे कहा कि 2025-25, 2026-27 काफी अच्छा रहने की उम्मीद है। महाराष्ट्र, कर्नाटक में चीनी के दाम काफी गिरे है। सरकार से मिनिमम सेलिंग प्राइस बढ़ाने की मांग है।
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