Gold Price Today: बुधवार 17 सितंबर को सोने और चांदी की कीमत अपने रिकॉर्ड स्तर से नीचे फिसल गई । यह गिरावट निवेशकों द्वारा मुनाफावसूली और अमेरिकी फेडरल रिजर्व के नीतिगत फैसले से पहले डॉलर के मजबूत होने के कारण देखने को मिली। एमसीएक्स पर शुरुआती कारोबार में सोने का भाव 0.23% की गिरावट के साथ 1,09,900 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा था, जबकि वायदा बाजार में चांदी 1.02% गिरकर 1,27,503 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई।
वैश्विक स्तर पर मंगलवार को 3,702.95 डॉलर के सर्वकालिक उच्च स्तर को छूने के बाद 0256 GMT तक हाजिर सोना 0.2% गिरकर 3,681.23 डॉलर प्रति औंस पर आ गया। दिसंबर डिलीवरी के लिए अमेरिकी सोना वायदा भी 0.2% गिरकर 3,718.90 डॉलर प्रति औंस पर आ गया।
केसीएम ट्रेड के मुख्य बाज़ार विश्लेषक टिम वॉटरर ने कहा, "अमेरिकी डॉलर में गिरावट और फेड द्वारा साल के अंत से पहले ब्याज दरों में और कटौती के संकेत मिलने की संभावना से सोने की कीमत 3,700 डॉलर तक पहुंच गई।" उन्होंने आगे कहा कि 3,700 डॉलर के स्तर के आसपास मुनाफावसूली से कीमतों पर दबाव पड़ा, हालांकि फेड के नरम रुख से सोने की कीमत फिर से बढ़ सकती है।
मेहता इक्विटीज़ लिमिटेड के वाइस प्रेसिडेंट (कमोडिटी) राहुल कलंत्री ने बताया कि पिछले सत्र में सोने और चांदी दोनों में उच्च स्तर पर मुनाफावसूली देखी गई। उन्होंने कहा, "वैश्विक कारकों के बावजूद रुपये में मजबूती ने घरेलू लाभ को सीमित कर दिया। सोने को $3,651-$3,630 पर सपोर्ट और $3,700-$3,720 पर रजिस्टेंस मिल रहा है, जबकि रुपये के संदर्भ में देखें तो सोने में ₹1,09,540-₹1,09,240 पर सपोर्ट और ₹1,10,550-₹1,11,000 प्रति 10 ग्राम पर रजिस्टेंस देखने को मिल रहा है।
बाजार पर नजर रखने वाले अब फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल की टिप्पणियों का इंतजार कर रहे हैं, जो नीतिगत नरमी की गति के बारे में संकेत देंगी।
मौजूदा स्तर पर निवेशक सोने से रहें दूर
कामाख्या ज्वेल्स के एमडी मनोज झा ने कहा कि बाजार की नजर फेड के फैसले पर बनी हुई है। ट्रंप का क्या फैसला लेगें ये कोई नहीं कह सकता है। यहीं कारण है कि लोगों का भरोसा डॉलर से घट रहा है। छोटे देश सोच रहे हैं कि वो डॉलर में निवेश क्यों करें। सोना 3900-4000 डॉलर तक पहुंच सकता है।
सोने में फंडामेटल्स कमजोर नहीं है लेकिन ज्यादा तेजी के बाद मुनाफावसूली आना स्वाभाविक हो जाता है। यहीं वजह है कि सोने में कभी भी बड़ी मुनाफावसूली देखने को मिल सकती है निवेशक मौजूदा प्राइस पर सोने में निवेश करने के लिए थोड़ा कतार सकते है लेकिन शादी-त्योहारों के मद्देनजर जिन लोगों को सोना खरीदना है वो जरुर से गोल्ड खरीदें क्योंकि आगे कीमतें कहां जाकर थमेंगी यह कहना फिलहाल मुश्किल है।
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