इस बार सरकार की गेहूं खरीद में काफी तेजी दिख रही है। आंकड़े बताते हैं कि 25 अप्रैल यानी कल तक सरकार ने लक्ष्य से आधे से ज्यादा खरीदारी कर ली है। बड़ी बात ये है कि सरकार ने पिछले साल कुल 1.88 करोड़ टन की खरीदारी की थी। ऐसे में कीमतों पर क्या असर पड़ेगा और इस साल गेहूं का उत्पादन कितना है। बारिश से उत्पादन कितना घटा है, क्वालिटी कैसी है ?
सूत्रों के मुताबिक सरकार ने गेहूं खरीद लक्ष्य का 50% हासिल किया है। सरकार ने 24 अप्रैल तक 1.70 करोड़ टन गेहूं खरीदा है। सूत्रों के मुताबिक इस साल 3.41 करोड़ टन गेहूं खरीद का लक्ष्य है । बता दें कि 2022 में सरकार ने 1.36 करोड़ टन गेहूं खरीदा था। अप्रैल 2023 से गेहूं की खरीद शुरू हुई थी । सूत्रों के मुताबिक ज्यादा खरीद से PDS आवंटन में मदद मिलेगी। सरकार मई में PDS आवंटन का फैसला कर सकती है।
सूत्रों के मुताबिक सरकार टारगेट से ज्यादा गेहूं खरीद सकती है । गेहूं खरीद पर किसानों को फायदा मिला है। गेहूं खरीद से 17 लाख किसानों को फायदा हुआ है। सरकार गेहूं खरीद पर 36,301 करोड़ खर्च करेगी।
बता दें कि 25 अप्रैल तक पंजाब में 83.59 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीदारी हुई थी जबकि हरियाणा में 52.62 लाख मीट्रिक टन, मध्य प्रदेश में 46.20 लाख मीट्रिक टन, उत्तर प्रदेश में 94633 मीट्रिक टन, राजस्थान में 38124 मीट्रिक टन, उत्तराखंड में 106 मीट्रिक टन गेहूं की खरीदारी की गई।
साल 2017-18 में गेहूं का उत्पादन 999 लाख टन रहा थी जबकि 2018-19 में गेहूं का उत्पादन 1036 लाख टन, 2019-20 में 1079 लाख टन, 2020-21 में 1096 लाख टन, 2021-22 में 1077 लाख टन गेहूं का उत्पादन हुआ था। वहीं 2022-23 में गेहूं का उत्पादन 1122 लाख टन रहने का अनुमान किया गया था।