सरकार ने सोमवार, 3 मार्च को सोने के बेस इंपोर्ट प्राइस में 11 डॉलर प्रति 10 ग्राम की कटौती की घोषणा की। इसके बाद यह प्राइस घटकर 927 डॉलर प्रति 10 ग्राम हो गया है। यह कदम सोने में चल रही बिकवाली के बीच उठाया गया है। सेलिंग मुख्य रूप से डॉलर इंडेक्स में उछाल और मुनाफावसूली से प्रेरित है। सरकार ने सोने के साथ-साथ चांदी के बेस इंपोर्ट प्राइस में भी 18 डॉलर प्रति किलोग्राम की कटौती की है। इसके बाद नया प्राइस 1,025 डॉलर प्रति किलोग्राम हो गया है।
इससे पहले फरवरी में सरकार ने सोने के बेस इंपोर्ट प्राइस में 41 डॉलर प्रति 10 ग्राम की बढ़ोतरी की थी, जिसके बाद यह 938 डॉलर प्रति 10 ग्राम हो गया था। वहीं चांदी के बेस इंपोर्ट प्राइस में 42 डॉलर प्रति किलोग्राम की बढ़ोतरी की गई थी। इसे लेकर सेंट्रल बोर्ड ऑफ इनडायरेक्ट टैक्सेज एंड कस्टम्स (CBIC) ने 14 फरवरी को नोटिफिकेशन जारी किया था।
हर 15 दिनों पर अपडेट होता है बेस इंपोर्ट प्राइस
सरकार सोने और चांदी दोनों के लिए बेस इंपोर्ट प्राइस का रिव्यू और अपडेशन हर 15 दिनों पर करती है। ये प्राइस भारत में लाए गए सोने और चांदी पर लगाए गए शुल्क की कैलकुलेशन के लिए महत्वपूर्ण हैं। भारत पूरी दुनिया में चांदी का सबसे बड़ा इंपोर्टर है। वहीं सोने का दूसरा सबसे बड़ा इंपोर्टर और कंज्यूमर है। भारत की इंपोर्ट पॉलिसीज का ग्लोल प्रीशियस मेटल मार्केट पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है।
सोना वायदा कीमतों में तेजी
3 मार्च को मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर अप्रैल डिलीवरी वाले सोने की कीमत 478 रुपये या 0.57 प्रतिशत की तेजी के साथ 84,697 रुपये प्रति 10 ग्राम हो गई। इसमें 13,686 लॉट के लिए कारोबार हुआ। मजबूत हाजिर मांग के कारण सटोरियों के ताजा सौदों से ऐसा हुआ। वैश्विक स्तर पर न्यूयॉर्क में सोना वायदा 0.20 प्रतिशत बढ़कर 2,863.46 डॉलर प्रति औंस हो गया।
वहीं मई डिलीवरी वाले सिल्वर कॉन्ट्रैक्ट की कीमत 532 रुपये या 0.56 प्रतिशत बढ़कर 94,860 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई। इसमें 19,759 लॉट के लिए कारोबार हुआ। वैश्विक स्तर पर, न्यूयॉर्क में चांदी 0.24 प्रतिशत बढ़कर 31.22 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रही थी।