ग्वार की कीमतों में एक बार फिर तेजी लौटती दिखी है। एक दिन में ग्वार पैक के दाम करीब 3% चढ़े हैं। ग्वार पैक 1 दिन में करीब 3% चढ़ा है। ग्वार सीड 5000 रुपये के पार निकला जबकि ग्वार गम 9600 के पार निकला है। कीमतों में लगातार दूसरे दिन उछाल देखने को मिला। 7 हफ्तों के बाद कीमतों में रिकवरी आई। 7 हफ्तों में दाम 8% से ज्यादा गिरे। क्रूड में तेजी से कीमतों को सपोर्ट मिल रहा है।
NCDEX पर ग्वार सीड पर 1 हफ्ता 2 फीसदी चढ़ा है जबकि 1 महीने में इसमें 3 फीसदी की गिरावट आई। वहीं जनवरी 2025 से अब तक ग्वार सीड में 3 फीसदी की गिरावट आई जबकि 1 साल में इसमें 7 फीसदी की गिरावट आई।
वहीं एनसीडीईएक्स पर ग्वार गम की चाल पर नजर डालें तो 1 हफ्ते 3 फीसदी चढ़ा जबकि 1 महीने में इसमें 4 फीसदी की गिरावट देखने को मिली। वहीं जनवरी 2025 से अब तक ग्वार सीड में 8 फीसदी की गिरावट आई जबकि 1 साल में इसमें 10 फीसदी की गिरावट आई।
प्याज की खऱीद जल्द पूरी करेगी सरकार
सरकार की जल्द की प्याज की खऱीद पूरी होने की उम्मीद है और सूत्रों के मुताबिक 0.3 मिलियन टन खरीद की उम्मीद है। सूत्रों के मुताबिक सरकार की खरीद जल्द पूरी होने की उम्मीद है। 2025-26 के बफर के लिए खरीद हो रही है। सूत्रों के अनुसार 0.3 मिलियन टन प्याज खरीद का लक्ष्य है। सप्लाई घटने पर सरकार बफर से प्याज बेचेगी। एजेंसियों ने चुने गए FPOs के गोदामों की जांच की है। सूत्रों के मुताबिक NAFED, NCCF प्याज की खरीद कर रही है।
महाराष्ट्र के नाशिक से ज्यादा खरीद की उम्मीद है। पुणे, अहमदनगर से भी प्याज की खरीद जारी की है। मध्य प्रदेश और गुजरात से भी खरीद जारी है। सूत्रों के अनुसार औसतन 29 रुपये प्रति किलो के भाव पर प्याज की खरीद की है। इस साल ज्यादा प्याज उत्पादन की भी उम्मीद है। मंडियों में प्याज के दाम पिछले साल से 36% कम है। FY25 में 0.47 मिलियन टन की खरीदारी हुई थी। 35 रुपये प्रति किलो के औसत भाव पर प्याज की खरीदारी हुई थी।
इंटरनेशनल मार्केट में पाम की कीमतों में तेजी दिख रही है मलेशिया में पाम का भाव 2 हफ्तों की ऊंचाई पर पहुंचा है। 3900 रिंग्गित प्रति टन के पार दाम निकले है। कीमतों में लगातार तीसरे दिन तेजी आई। अमेरिका-चीन डील से सपोर्ट मिला। एक्सपोर्ट बढ़ने से भी कीमतों में तेजी आई। अप्रैल में एक्सपोर्ट 1.1 मिलियन टन रहा। लगातार दूसरे महीने एक्सपोर्ट बढ़ा। भारत की बढ़ती मांग से भी तेजी आई। बाजार को चीन की मांग बढ़ने की उम्मीद है।