Onion Prices: मध्यप्रदेश किसान प्याज 1-2 रुपये प्रति किलो पर बेच रहे है। महाराष्ट्र में भी भाव 1-1.5/किलो हुआ है। हालांकि प्याज की रिटेल कीमतों में बढ़ोतरी हुई है। पिछले 1 महीने में प्याज के रिटेल भाव में 8-10 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है। दरअसल, बाजार में प्याज की उत्पादन में बढ़ोतरी ने किसानों की चिंता भी बढ़ा दी है। सितंबर-अक्टूबर में महाराष्ट्र और गुजरात जैसे प्रमुख उत्पादक राज्यों में खराब मौसम के कारण फसल को हुए नुकसान है। इस वजह से किसान मंडी में कम कीमत पर प्याज बेच रहे हैं।
बांग्लादेश में प्याज का भाव 100 रुपये प्रति किलो है। बांग्लादेश को एक्सपोर्ट बैन हो रखा है। एक्सपोर्ट पर 25% की ड्यूटी लगती है। बारिश से प्याज को काफी नुकसान हुआ। भंडार में रखे 30-40% प्याज खराब हुए है। NAFED, NCCF के पास बड़ा स्टॉक है। मेट्रो शहरों में 10-12 रुपये प्रति किलो पर बिक्री हो रही। कर्नाटक, आंध्र प्रदेश से सप्लाई बढ़ी है।
बता दें कि हाल ही में केंद्रीय कृषि मंत्रालय की नई रिपोर्ट के मुताबिक इस साल प्याज का उत्पादन रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने वाला है। लेकिन मांग, निर्यात और भंडारण क्षमता के हिसाब से यह उत्पादन इतना अधिक है कि खपत के बाद भी देश में भारी मात्रा में प्याज बची रह जाएगी। यहीं वजह है कि किसानों को लागत भी नहीं मिल रही।
Horticulture Produce Exporters Association के VP विकास सिंह ने सीएनबीसी-आवाज से बातचीत में कहा कि हमने जैसे पहले ही कहा था कि इस साल प्याज की कीमतें नहीं बढ़ेगी क्योंकि प्रोडक्शन का डेटा पहले ही आ गया था। सरकारी डाटा के अनुसार प्याज का प्रोडक्शन इस साल 10 फीसदी ज्यादा था। सरकारी आंकड़े 307 लाख मैट्रिक टन थे जबकि प्राइवेट एजेंसियो ने 317 लाख मैट्रिक टन प्रोड्क्शन का अनुमान रखा था।
किसानों ने रबी Onion (अप्रैल होर्वेस्टिक) को स्टॉक करके रखा था। क्योंकि किसान अंदाजा लगाकर चल रहे थे कि कीमतों में आगे चलकर उछाल होगा। 2023-24 में एक्सपोर्ट पर बैन से हमारा सबसे बड़ा बायर बांग्लादेश सेल्फ डिपेनडेड हो गया।उन्होंने आगे कहा कि भारत ही नहीं बल्कि हर प्याज उत्पादन देशों में प्याज का उत्पादन ज्यादा हुआ है। इन सभी चीजों का इफेक्ट कीमतों पर दिख रहा है।