Pam Oil: पाम ऑयल की कीमतों में गिरावट देखने को मिल रही है। करीब 4 महीने के निचले स्तरों पर पाम ऑयल के दाम पहुंचे है। मलेशिया में पाम का भाव 4150 रिंग्गित के नीचे फिसला है। अमेरिका-चीन के बीच डील से बात बनी है। हालांकि डील पर साइन की औपचारिकता बाकी है। पाम ऑयल की चाल पर नजर डालें तो 1 हफ्ते में पाम ऑयल की कीमतों में 5 फीसदी की गिरावट देखने को मिली। वहीं 1 महीने में इसमें 7 फीसदी की गिरावट आई है। जबकि जनवरी 2025 से अब तक इसमें 7 फीसदी की गिरावट देखने को मिली। वहीं 1 साल में यह 15 फीसदी लुढ़का है।
SD गुथरी इंटरनेशनल संदीप भान ने कहा कि पाम ऑयल की कीमतों में गिरावट आई है। उम्मीद से ज्यादा स्टॉक होने से कीमतों में दबाव दिखा है। पाम ऑयल को लेकर बुलिश ट्रेड जो आ रहे थे वह अब बियरिश ट्रेड में चले गए है। मलेशिया में भाव 4200 रिग्गिंत के नीचे है। उन्होंने आगे कहा कि मलेशिया में उत्पादन, स्टॉक बढ़ने और चीन में भाव गिरने से पाम के दाम गिरे है।
भारत कीमतों में स्थिरता का इंतजार कर रहा है। दाम गिरने से भारत की मांग भी थोड़ी घटी है। उन्होंने आगे कहा कि सोयाबीन ऑयल के भाव में लगातार गिर रहे हैं। पाम के दाम बढ़ने से भारत सोयाबीन खरीद रहा था। चीन, त्योहारी मांग से दिसंबर में एक्सपोर्ट बढ़ने की उम्मीद है। पाम ऑयल 30 डॉलर के डिस्काउंट पर बिक रहा है। कीमतों में स्थिरता आने पर भारत से इंपोर्ट बढ़ेगा।
संदीप भान ने आगे कहा कि इस साल के अंत में मलेशिया में भाव 4200- 4500 रिग्गिंत के बीच रहने की उम्मीद है। उन्होंने आगे कहा कि बायोफ्यूल मांग पर बाजार की नजर बनी हुई है।