इंटरनेशनल मार्केट में कीमतों में उछाल देखने को मिल रहा है। इंटरनेशनल मार्केट में पाम ऑयल के दाम 4 महीनों की ऊंचाई पर पहुंच गए हैं। अप्रैल 2025 के बाद भार 4400 रिंग्गित के पार निकल गए हैं। कीमतों में लगातार चौथे दिन तेजी जारी रही है। 4 अप्रैल के बाद कीमतों में इतनी तेजी आई।
डालियान एक्सचेंज में भाव चढ़ने से सपोर्ट मिला। मजबूत एक्सपोर्ट से भी कीमतों को सपोर्ट मिल रहा है। 1-10 अगस्त तक एक्सपोर्ट 23% से ज्यादा बढ़ा है। बाजार को भारत से मांग बढ़ने की उम्मीद है।
मलेशिया में जुलाई में पाम ऑयल का उत्पादन 7.1 फीसदी बढ़ा है। जबकि इन्वेंटरी 2.11 मिलियन टन रही है।
सनविन ग्रुप के संदीप बजोरिया का कहना है कि मलेशिया, इंडोनेशिया B50 फ्यूल पर काम कर रहे हैं। फ्यूल में 50 फीसदी ब्लेंडिंग पर काम हो रहा है। सोयाबीन भी 1175 डॉलर के भाव पर आ गया है। CPO के दाम बीते 4-5 दिनों में बढ़े है। सनफ्लावर ऑयल के भाव 30 डॉलर तक बढ़े हैं। देश में खाने के तेल के दाम 4-5 रुपये प्रति किलो बढ़े हैं। अगस्त-सितंबर में 15 लाख टन खाने के तेल का इंपोर्ट हुआ है। अक्तूबर में 13 लाख टन खाने के तेल का इंपोर्ट होगा।
उन्होंने आगे कहा कि त्योहारों में खाने के तेल की सप्लाई बनी रहेगी। देश में खाने के तेल अच्छी बनी रहेगी। सरसों, मूंगफली के तेल के मुकाबले पाम ऑयल सस्ता पड़ रहा है। सालाना 40 लाख टन सोयाबीन ऑयल का इंपोर्ट होता है।
संदीप ने आगे कहा कि लोगों से देश में बनी चीजें खरीदने की अपील है। देश में बनी चीजें खरीदने से घरेलू इंडस्ट्रीज को फायदा होगा।