Pam Oil Price: इंटरनेशनल मार्केट में पाम ऑयल की कीमतों में जबरदस्त उछाल आया है। पाम ऑयल का भाव 5 महीनों की ऊंचाई पर पहुंच गया है। 4580 रिंग्गित प्रति टन के पार दाम निकले है। दालियान एक्सचेंज में दाम बढ़ने से पाम ऑल की कीमतों को सपोर्ट मिल रहा है। रिंग्गित में कमजोरी से भी कीमतों को सपोर्ट मिल रहा है।
बता दें कि मजबूत एक्सपोर्ट से पाम ऑयल के भी चढ़ रहे हैं। बाजार को भारत से मांग बढ़ने की उम्मीद है। अगस्त, सितंबर में मांग बढ़ने की उम्मीद है। त्योहारी सीजन के कारण मांग बढ़ने की उम्मीद है। कीमतों में तेजी से जुलाई में पाम ऑयल का एक्सपोर्ट गिरा था।
इंटरनेशनल मार्केट में पाम ऑयल की चाल पर नजर डालें तो 1 हफ्ते में 5 फीसदी, 1 महीने में 8 फीसदी की तेजी देखने को मिली। वहीं जनवरी 2025 में कीमतों में 3 फीसदी का उछाल आया है। वहीं 1 साल में इसमें 23 फीसदी की तेजी देखने को मिली है।
वहीं इंटरनेशनल मार्केट में सोयाबीन की चाल पर नजर डालें तो 1 हफ्ते में इसमें 2 फीसदी की बढ़त देखने को मिली जबकि 1 महीने में इसकी चाल सुस्त रही। वहीं जनवरी 2025 में कीमतों में 2 फीसदी का उछाल आया है। वहीं 1 साल में इसमें 6 फीसदी की तेजी देखने को मिली है।
GGN रिसर्च मैनेजिंग पार्टनर नीरव देसाई का कहना है कि हायर प्रोडक्शन के बावजूद भी बाजार घट नहीं रहा। भारत भी पाम ऑयल की खरीद अच्छा कर रहा है। सोयाबीन, सनफ्लावर ऑयल सभी का प्रीमियम पाम ऑयल से बढ़ चुका है। पाम अभी भी रीजनेबल नजर आ रहा है यहीं कारण है कि पाम ऑयल में करेक्शन की संभावना कम नजर आ रही है। बहुत ज्यादा बाजार गिर जाए इसकी उम्मीद नहीं है।
घरेलू उत्पादन कमजोर होने के कारण डिमांड आगे भी बनी रहने की संभावनाए है। सरसों 1600 रुपये प्रति 10 किलोग्राम का भाव चल रहा है। कंज्यूमर का फोकस इंपोर्टट ऑयल पर बना हुआ है। इसलिए हमारा इंपोर्ट भी बेहतर रहने की उम्मीद है। डिमांड का सारा फोकस पाम पर रहने की उम्मीद है।
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