Pam Oil: इंटरनेशनल मार्केट में पाम ऑयल की कीमतों में गिरावट है तो वहीं सोयाबीन के दाम 2 महीनों की ऊंचाई के करीब हैं। वहीं देश में तिलहन की खरीफ सीजन की बुआई पिछले साल की तुलना में 5% घटी है। पाम ऑयल का भाव 4420 रिंग्गित प्रति टन के नीचे फिसला है। फरवरी में 4700 रिंग्गित के करीब दाम पहुंचे थे। अगस्त में भारत का इंपोर्ट 16% बढ़ा। अगस्त में भारत का इंपोर्ट 9.90 लाख टन पर रहा। सितंबर में भी 8 लाख टन इंपोर्ट की उम्मीद है।
इंटरनेशनल मार्केट में सोयाबीन की कीमतों में तेजी आई। 2 महीनों की ऊंचाई के करीब भाव पहुंचा। सोयाबीन का भाव $1040/बुशेल के पार निकला है। जुलाई में दाम $1055/बुशेल तक पहुंचे थे। चीन की मांग बढ़ने से सपोर्ट मिल रहा। चीन सोयाबीन की इन्वेंटरी बढ़ा रहा है। सितंबर के 2 हफ्तों में चीन की इन्वेंटरी बढ़ी है। चीन का इंपोर्ट 1.15 मिलियन टन रहा जबकि अगस्त मेंचीन का इंपोर्ट 1.40 लाख टन था । ब्राजील से ज्यादा सोयाबीन चीन खरीद रहा है। अर्जेंटीना में उत्पादन बढ़ने की उम्मीद है।
सोयाबीन की चाल पर नजर डालें तो 1 हफ्ते में सोयाबीन के दाम 0.34 फीसदी की गिरावट देखने को मिल रही है। 1 महीने में इसमें 2.37 फीसदी की तेजी देखने को मिली जबकि जनवरी 2025 से अब तक सोयाबीन में 4.45 फीसदी की बढ़त देखने को मिली । वहीं 1 साल में इसमें 3.03 फीसदी की तेजी आई।
सरसों पर नजर डालें तो 1 हफ्ते में सरसों में करीब 2 फीसदी की तेजी देखने को मिली। जबकि 1 महीने में इसमें 0.64 फीसदी की बढ़त देखी गई। वहीं जनवरी 2025 से अब तक इमसें 6.71 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। वहीं 1साल में इसने 2.42 फीसदी का उछाल दिखाया है।
वहीं पाम ऑयल नजर डालें तो 1 हफ्ते में सरसों में करीब 0.58 फीसदी की गिरावट देखने को मिली। जबकि 1 महीने में इसमें 1.73 फीसदी की टूटा। वहीं जनवरी 2025 से अब तक इमसें0.56 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। वहीं 1साल में इसने 11.93 फीसदी का उछाल दिखाया है।