ओपेक प्लस के बैठक के पहले क्रूड में जोरदार उछाल देखने को मिल रहा है। अंतराष्ट्रीय बाजार में ब्रेंट का भाव 95 डॉलर के पार निकल गया है। इस बीच WTI में भी 88 डॉलर प्रति बैरल के ऊपर कारोबार हो रहा है। ब्रेंट और WTI में 1 दिन में 2 फीसदी से ज्यादा की तेजी आई है। विदेशी मार्केट से संकेत लेकर घरेलू बाजार में भी कच्चे तेल का भाव बढ़ा है। एमसीएक्स पर भी क्रूड का भाव करीब 2 फीसदी चढ़ा है। गौरतलब है कि 1 हफ्ते में ब्रेंट का भाव करीब 8 फीसदी लुढका था।
क्रूड ऑयल में तेजी के कारणों पर नजर डालें तो इसके उत्पादन पर आज OPEC+ देशों की बैठक हो रही है। इस बैठक में OPEC+ देश अक्टूबर में उत्पादन पर फैसला लेंगे करेंगे । निवेशकों को OPEC+ देश उत्पादन घटाने का फैसला लेगे जिसके चलते कच्चे तेल की कीमतों में उबाल आया है। इस बीच रूस ने Nord-I से होने वाली जर्मनी की सप्लाई रोक दी है। रूस का कहना है कि वह पाइपलाइन से गैस की जांच कर रहे हैं। दूसरी तरफ G7 देशों के वित्त मंत्रियों ने कहा है कि वह रूसी तेल पर कैप लगाने पर सहमत है। वहीं रूस ने पलटवार करते हुए कहा है कि वह कैप लगाने वाले देशों को तेल की सप्लाई नहीं करेगा। इन कारणों की वजह से 2 दिनों में क्रूड में तेजी आई है।
ब्रेंट की चाल पर नजर डालें तो 1 हफ्ते में यह 7 फीसदी फिसला है जबकि 1 महीने में इसमें 0.20 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है। वहीं 1 साल में 32 फीसदी की तेजी देखने को मिली है। WTI क्रूड की चाल पर नजर डालें तो 1 हफ्ता में 8 फीसदी टूटा है जबकि 1 महीने में 1 फीसदी गिरा है। वहीं 1 साल में यह 29 फीसदी चढ़ा है।
एमसीएक्स पर क्रूड की चाल पर नजर डालें तो 1 हफ्ते में 6 फीसदी टूटा है। वहीं 1 महीने में इसमें 8 फीसदी की गिरावट आई है जबकि 1 साल में इसमें 28 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है।