Israel vs Iran War Effect on Crude Oil Prices: मिडिल ईस्ट में इस समय तनाव काफी बढ़ा हुआ है। इजराइल और ईरान के बीच छिड़ी जंग के चलते कच्चे तेल के भाव में आग लगी हुई है। हालांकि अब न्यूज एजेंसी रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक एनालिस्ट्स का मानना है कि सोमवार को जब कारोबार शुरू होगा तो कच्चे तेल के भाव में नरमी आ सकती है। इसकी वजह ये है कि ईरान पर इजराइल के जवाबी हमले से ईरान के तेल और न्यूक्लियर इंफ्रा बचे रहे और एनर्जी सप्लाई में कोई दिक्कत नहीं आई।
इजराइल के हमले से ईरान को बड़ा नुकसान नहीं
ब्रेंट और अमेरिकी वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट कच्चे तेल के फ्यूचर्स पिछले हफ्ते अस्थिर माहौल में 4 फीसदी बढ़ गए। 1 1 अक्टूबर को ईरानी मिसाइल हमले पर इजराइल की प्रतिक्रिया और अगले महीने अमेरिकी चुनावों को लेकर अनिश्चितता ने कच्चे तेल के भाव में आग लगा दी। शनिवार की सुबह से पहले इजरायली विमानों ने तेहरान के करीब और पश्चिमी ईरान में मिसाइल फैक्ट्रियों और अन्य स्थानों पर तीन हमले किए। इन हमलों पर ईरान ने शनिवार को कहा कि सैन्य ठिकानों पर इजरायल के हमले में मामूली नुकसान हुआ है।
अब एक्सपर्ट्स का ये है अनुमान
Onyx के ग्रुप हेड ऑफ रिसर्च Harry Tchilinguirian का मानना है कि पहले ईरान पर इजराइल के हमले को लेकर काफी अनिश्चितता थी लेकिन अब इसे लेकर स्थिति काफी स्पष्ट हो गई तो मार्केट राहत की सांस ले सकता है। ऑस्ट्रेलिया के एक मार्केट एनालिस्ट Tony Sycamore का कहना है कि इजराइल ऑयल इंफ्रा पर हमला नहीं कर रहा है, और कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया है कि ईरान हमले का जवाब नहीं देगा। इससे अनिश्चितता कम हुई है। ऐसे में टोनी का मानना है कि सोमवार को मार्केट खुलने पर WTI एक बार फिर 70 डॉलर प्रति बैरल के भाव तक गिर सकता है। हैरी का भी ऐसा ही मानना है कि तेल के भाव तेजी से नीचे गिरकर 74-75 डॉलर तक आ सकते हैं।