जिस तरह पेट्रोल में ईथेनॉल की ब्लेंडिंग अनिवार्य है उसी तरह आने वाले दिनों में प्लेन के फ्यूल में भी ब्लेंडिंग शुरू हो सकती है। सरकार इसे लेकर विचार कर रही है। इस बारे में ज्यादा जानकारी देते हुए सीएनबीसी-आवाज़ संवाददाता रोहन सिंह ने बताया कि अब ATF(एविएशन टर्बाइन फ्यूल) में SAF(सस्टेनेबल एविएशन फ्यूल) को ब्लेंड करने की तैयारी है। इस ब्लेंडिंग के जरिए प्लेन से उत्सर्जन को कम करने की कोशिश की जा रही है।
इस मुद्दे पर एविएशन और पेट्रोलियम मंत्रालय में चल रहा विचार
इस मुद्दे पर एविएशन और पेट्रोलियम मंत्रालय में विचार चल रहा है। ATF में SAF ब्लेंडिंग का अनुपात तय करने पर विचार किया जा रहा है। बता दें कि SAF लो कार्बन फ्यूल होता है। विचार-विमर्श के बाद सरकार ATF ब्लेंडिंग पॉलिसी ला सकती है।
सरकार जेट फ्यूल के साथ सस्टेनेबल एविएशन फ्यूल के ब्लेंडिंग को अनिवार्य करने पर कर रही काम
नागरिक उड्डयन सचिव (Civil Aviation Secretary) राजीव बंसल ने मंगलवार को कहा था कि देश उत्सर्जन को कम करने के तरीकों पर काम कर रहा है। इसको ध्यान में रखते हुए सरकार जेट फ्यूल के साथ सस्टेनेबल एविएशन फ्यूल के ब्लेंडिंग को अनिवार्य करने पर काम कर रही है। उन्होंने कहा "हम जीवाश्म ईंधन से होने वाले उत्सर्जन को कम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। नागरिक उड्डयन मंत्रालय सस्टेनेबल एविएशन फ्यूल से संबंधित मुद्दों पर पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के साथ मिलकर काम कर रहा है।"
ब्लेंडिंग के एक निश्चित प्रतिशत को अनिवार्य करने पर हो रहा विचार
नागरिक उड्डयन सचिव ने ये बातें आईएटीए एविएशन एनर्जी फोरम (IATA Aviation Energy Forum) में बोलते हुए कहीं। बता दें कि इंटरनेशनल एयर ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ( IATA) दुनियाभर की तमाम एयरलाइंस का एक अंतरराष्ट्रीय समूह है। बंसल ने कहा कि दोनों ब्लेंडिंग के एक निश्चित प्रतिशत को अनिवार्य करने पर काम कर रहे हैं। ये काम अभी भी प्रगति पर है।