Strong Start to Rabi Season: रबी सीजन की बुआई 15% बढ़ी, गेहूं, चना में दिखी सबसे ज्यादा तेजी

Strong Start to Rabi Season:31 अक्टूबर तक रबी सीजन की बुआई 15% बढ़ी है लेकिन ये तेजी मक्के, धान और ज्वार को छोड़ कर है। 31 अक्टूबर तक करीब 76 लाख हेक्टेयर में बुआई हुई

अपडेटेड Nov 04, 2025 पर 6:30 PM
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31 अक्टूबर तक गेहूं का रकबा 3.3 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गया, जबकि पिछले वर्ष यह 2.3 लाख हेक्टेयर था।

Strong Start to Rabi Season:31 अक्टूबर तक रबी सीजन की बुआई 15% बढ़ी है लेकिन ये तेजी मक्के, धान और ज्वार को छोड़ कर है। 31 अक्टूबर तक करीब 76 लाख हेक्टेयर में बुआई हुई। पिछले साल इसी अवधि में यह क्षेत्रफल 66 लाख हेक्टेयर था।

31 अक्टूबर तक गेहूं का रकबा 3.3 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गया, जबकि पिछले वर्ष यह 2.3 लाख हेक्टेयर था। चना की बुवाई 14.9 लाख हेक्टेयर तक पहुंच गई, जो पिछले वर्ष की 12.1 लाख हेक्टेयर से लगभग 23% अधिक है। वहीं मसूर (लेंटिल) का क्षेत्र 1.9 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 2.6 लाख हेक्टेयर हो गया है। इन दोनों को मिलाकर दलहन फसलों का कुल क्षेत्रफल 20.8 लाख हेक्टेयर हो गया है, जो पिछले वर्ष के 16.5 लाख हेक्टेयर से 26% की वृद्धि दर्शाता है।

वहीं तिलहन की फसलों का कुल बुवाई क्षेत्र 31 अक्टूबर, 2024 को 37.42 लाख हेक्टेयर था जो 31 अक्टूबर, 2025 को बढ़कर 42.33 लाख हेक्टेयर हो गया, यानि, पिछले साल के मुकाबले इस साल 31 अक्टूबर तक तिलहन की फसलों का बुआई क्षेत्र 4.91 लाख हेक्टेयर बढ़ गया है।


हालांकि कुछ फसलों में गिरावट देखने को मिली है।  धान का क्षेत्र 4.5 लाख हेक्टेयर से घटकर 3.7 लाख हेक्टेयर रह गया जबकि मक्का का रकबा 2.2 लाख हेक्टेयर से घटकर 2.1 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया है।  वहीं ज्वार का क्षेत्र भी 2.8 लाख हेक्टेयर से थोड़ा घटकर 2.7 लाख हेक्टेयर दर्ज किया गया।

केंद्र सरकार ने चालू रबी सीजन में गेहूं 119 मिलियन टन उत्पादन अनुमान लगाया है। जबकि धान (Rice) 15.86 मिलियन टन ,मक्का 14.5 मिलियन टन, चना 11.8 मिलियन टन, मसूर 1.9 मिलियन टन, सरसों 13.9 मिलियन टन और जौ (Barley) 2.05 मिलियन टन उत्पादन का अनुमान लगाया है।

IPGA के Secretary सतीश उपाध्याय का कहना है कि अच्छे मौसम के कारण इस बार फसलों की पैदावार अच्छी रहने की उम्मीद है। हालांकि कुछ राज्यों में बारिश के कारण फिर से फसलों की बुआई की जा रही है। सरकार के आंकड़ों को देखें तो चने, मसूर की बुआई अच्छी रहने की उम्मीद है। हालांकि आने वाले दिनों में आंकड़ों पर साफ स्थिति उभर कर आएगी।

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