Rupee Vs Dollar: गुरुवार 16 अक्टूबर को शुरुआती कारोबार में भारतीय रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 40 पैसे बढ़कर 87.68 पर पहुंचा, जो लगभग दो महीने के हाइएस्ट लेवल पर रहा। विश्लेषकों ने इस वृद्धि का श्रेय केंद्रीय बैंक के हस्तक्षेप, कमज़ोर डॉलर सूचकांक और सहायक घरेलू एवं वैश्विक कारकों को दिया।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा बाजार में रुपया 87.76 पर खुला और फिर बढ़त के साथ 87.68 के शुरुआती उच्च स्तर पर पहुंच गया, जो पिछले बंद भाव से 40 पैसे की बढ़त दर्शाता है।
बुधवार को रुपया 73 पैसे की तेज़ी से उछलकर 88.08 के स्तर पर बंद हुआ, जो लगभग चार महीनों में इसकी सबसे बड़ी इंट्राडे बढ़त थी।
बुधवार को रुपये में तेज़ी मुख्यतः वैश्विक जोखिम धारणा में कमी, भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता को लेकर आशावाद और भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के संभावित हस्तक्षेप के कारण आई।
फिनरेक्स ट्रेजरी एडवाइजर्स एलएलपी के ट्रेजरी प्रमुख और कार्यकारी निदेशक अनिल कुमार भंसाली ने कहा, "आरबीआई ने यह सुनिश्चित किया कि रुपया बढ़त के साथ खुले, इस प्रकार कल सभी सट्टा कारोबार पर अंकुश लगाया गया और बुधवार को रुपये को 88.39 से नीचे नहीं गिरने दिया।"
रुपये की शुरुआत सकारात्मक रुख के साथ हुई और इसके 87.30 से 88.00 के बीच कारोबार करने की उम्मीद है, जो आरबीआई द्वारा उन सभी सट्टा कारोबारों पर रोक लगाने के संकल्प का स्पष्ट संकेत है जो रुपये को नीचे ले जा रहे थे।
इस बीच 6 मुद्राओं के मुकाबले डॉलर की मजबूती को दर्शाने वाला डॉलर इंडेक्स 0.28 प्रतिशत की गिरावट के साथ 98.51 पर कारोबार कर रहा था। वैश्विक तेल बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड वायदा कारोबार में 0.74 प्रतिशत बढ़कर 62.37 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया।
घरेलू शेयर बाजार में शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 407.67 अंक बढ़कर 83,013.10 पर पहुंच गया, जबकि निफ्टी 104 अंक बढ़कर 25,427.55 पर पहुंच गया।