Sliver Price Today: लगातार दूसरे दिन चांदी के भाव रिकॉर्ड स्तरों पर पहुंची है। एमसीएक्स पर चांदी का रिकॉर्ड 1,28,612 तक पहुंचा। शुरुआती कारोबार में वायदा बाजार में चांदी भी 1.14% बढ़कर 1,28,383 रुपये प्रति किलोग्राम हो गई।वहीं इंटरनेशनल मार्केट में 14 सालों की ऊंचाई पर दाम पहुंचा। COMEX पर $43 के करीब दाम पहुंचे है। US में स्पॉट भाव $42 के पार निकला है।
17 सितंबर को US फेड दरों पर फैसला लेगा। 93% लोगों को 0.25% कटौती की उम्मीद है। US के महंगाई के आंकड़ों से सहारा मिला। US में बेरोजगारी दर बढ़ने से सपोर्ट मिल रहा है। बढ़ते जियो पॉलिटिकल तनाव से भी तेजी आई। बढ़ती इंडस्ट्रियल मांग बढ़ने से भी तेजी जारी है। सप्लाई में गिरावट से भी कीमतों को सपोर्ट मिल रहा है।
चांदी की कीमतों पर नजर डालें तो 1 सितंबर 2025 को चांदी की कीमत 1,24,990 रुपये प्रति किलोग्राम पर थी जो कि 8 सिंतबर को बढ़कर 1,26,730रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई । वहीं 9 सितंबर 2025 को चांदी की कीमत 1,26,277 रुपये प्रति किलोग्राम पर थी 10 सितंबर को 1,25,589 रुपये प्रति किलोग्राम, 11 सितंबर को 1,27,241 रुपये प्रति किलोग्राम पर और 12 सितंबर यानी आज 1,28,612रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई है।
चांदी ₹1.50 लाख तक पहुंच सकती है
गांधी एस.के.ज्वेलर्स के संजीव गर्ग का कहना है कि कीमतों में तेजी के बाद भी सोने चांदी की मांग कम नहीं हुई है बल्कि डिमांड में बढ़त रहने की उम्मीद है। कीमतों में उछाल के कारण लाइट वेट ज्वेलरी की डिमांड बढ़ रही है। लोगों को आगे भी कितना में उछाल के उम्मीद है यहीं कारण हैकि सोने-चांदी की खरीदारी नहीं रुक रही।
संजीव गर्ग ने कहा कि जियोप़लिटिकल टेंशन, फेडरल रिजर्व की ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद से सोनें-चांदी की कीमतों को सपोर्ट मिल रहा है। संजीव गर्ग ने कहा कि दिसंबर अंत तक सोना ₹1.25 लाख और चांदी ₹1.50 लाख तक पहुंच सकती है।
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के तिमाही पूर्वानुमान के अनुसार, मजबूत औद्योगिक मांग, सुरक्षित निवेश और कमजोर डॉलर के कारण अगले 12 महीनों में चांदी की कीमत 1.5 लाख रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच सकती है।
ब्रोकरेज ने कहा कि एमसीएक्स पर चांदी ने इस साल अब तक लगभग 37% रिटर्न दिया है, जो कई अन्य परिसंपत्ति वर्गों से बेहतर है। वैश्विक स्तर पर, ब्रोकरेज को उम्मीद है कि कॉमेक्स चांदी वायदा शुरुआत में 45 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच जाएगा और तेजी के अगले चरण में 50 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच जाएगा।
रिपोर्ट में कहा गया है, "अपने पिछले लक्ष्यों को हासिल करने के बाद, हमारा मानना है कि चांदी में और भी तेज़ी आएगी। हमें उम्मीद है कि घरेलू मोर्चे पर कीमतें छह महीनों में धीरे-धीरे 1,35,000 रुपये प्रति किलोग्राम और फिर 12 महीनों में 1,50,000 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच जाएंगी, बशर्ते रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 88.5 के आसपास कारोबार करे।"
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