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सोना-हीरा तो खूब सुना होगा...जानिए किन देशों के पास है सबसे ज्यादा चांदी, देखें टॉप-10 की लिस्ट

साल 2024 में दुनिया भर में करीब 25,000 मीट्रिक टन चांदी का उत्पादन हुआ। यह आंकड़ा पिछले कुछ सालों की तुलना में थोड़ा कम रहा। दिलचस्प बात यह है कि चांदी अक्सर अकेले नहीं निकलती, बल्कि इसे सोना, तांबा, सीसा और जस्ता जैसी धातुओं के माइनिंग के दौरान बाइ प्रोडक्ट के रूप में पाया जाता है

अपडेटेड Sep 29, 2025 पर 7:05 PM
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किन देशों के पास हैं सबसे ज्यादा चांदी, यहां देखें टॉप-10 की लिस्ट

चांदी सिर्फ अपनी चमक के लिए ही मशहूर नहीं है, बल्कि यह दुनिया की अर्थव्यवस्था को रफ़्तार देने में भी बड़ी भूमिका निभाती है। साल 2024 में दुनिया भर में करीब 25,000 मीट्रिक टन चांदी का उत्पादन हुआ। यह आंकड़ा पिछले कुछ सालों की तुलना में थोड़ा कम रहा। दिलचस्प बात यह है कि चांदी अक्सर अकेले नहीं निकलती, बल्कि इसे सोना, तांबा, सीसा और जस्ता जैसी धातुओं के माइनिंग के दौरान बाइ प्रोडक्ट के रूप में पाया जाता है। यानी इसका उत्पादन काफी हद तक इन दूसरी धातुओं पर निर्भर करता है। अमेरिकी जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) के आंकड़ों के आधार पर, 2024 में दुनिया के सबसे बड़े चांदी उत्पादक देशों की जानकारी सामने आई है। 

  •  मेक्सिको और चीन

चांदी उत्पादन में मेक्सिको 2024 में भी दुनिया का नंबर-1 देश बना रहा। इस साल यहां करीब 6,300 मीट्रिक टन चांदी का उत्पादन हुआ, जो दूसरे स्थान पर मौजूद चीन से लगभग दोगुना है। मेक्सिको के जकाटेकास, डुरंगो और चिहुआहुआ राज्य सबसे बड़े केंद्र हैं, जहां से देश की कुल चांदी का लगभग 80% उत्पादन होता है। यहां की बड़ी खदानों में ज़काटेकास स्थित न्यूमोंट की पेनास्किटो और फ्रेस्निलो की खदान शामिल हैं। पेनास्किटो ने अकेले 935.5 मीट्रिक टन और फ्रेस्निलो ने करीब 1,496 मीट्रिक टन चांदी का उत्पादन किया। सिर्फ 2024 में ही चांदी उत्पादन ने मेक्सिको के खनन क्षेत्र में 68.24 बिलियन पेसो का योगदान दिया।


  •  पेरू

चांदी उत्पादन में पेरू दुनिया में तीसरे स्थान पर है। साल 2024 में यहां लगभग 3,100 मीट्रिक टन चांदी का उत्पादन हुआ। पेरू की ज्यादातर चांदी तांबे की खदानों से उपोत्पाद के रूप में निकलती है। यही वजह है कि इसका उत्पादन अक्सर तांबे के बाजार पर निर्भर करता हैदेश की सबसे बड़ी खदानों में से एक, एंटामिना खदान, जिसे बीएचपी, ग्लेनकोर, टेक और मित्सुबिशी मिलकर संचालित करते हैं, ने 2024 में करीब 11.36 मिलियन औंस चाँदी का उत्पादन किया। इससे पेरू को लगभग 1.3 बिलियन अमेरिकी डॉलर का निर्यात राजस्व मिला। खनन पेरू की अर्थव्यवस्था के लिए बेहद अहम है। यह देश के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का करीब 9.5% हिस्सा बनाता है।

  • पोलैंड

पोलैंड ने साल 2024 में करीब 1,300 मीट्रिक टन चांदी का उत्पादन किया, जो पिछले साल से थोड़ा कम रहा। यहां की सबसे बड़ी चांदी उत्पादक कंपनी केजीएचएम पोल्स्का मीड्ज़ है, जो तांबे की खदानों से निकले उपोत्पाद के रूप में चांदी निकालती है। कंपनी ने घरेलू और अंतरराष्ट्रीय खनन कार्यों से कुल 1,341 मीट्रिक टन चांदी हासिल की। पोलैंड के पास 61,100 मीट्रिक टन का भंडार है, जिससे वह दुनिया में तीसरे स्थान पर है और आने वाले समय में वैश्विक चांदी उत्पादन में उसकी अहम भूमिका बनी रहेगी।

  • चिली

चिली ने 2024 में 1,200 मीट्रिक टन चांदी का उत्पादन किया, जो 2023 के 1,260 मीट्रिक टन से कम है। यहां करीब 85% चांदी तांबे की खदानों से उपोत्पाद के रूप में मिलती है, इसलिए इसका उत्पादन तांबे के बाजार पर काफी निर्भर करता है। चुक्विकामाटा खदान में भी गिरावट देखने को मिली, जहां उत्पादन 2019 में 10.91 मिलियन औंस था, जो 2024 में घटकर 5.7 मिलियन औंस रह गया। इसके बावजूद, खनन देश की अर्थव्यवस्था का अहम हिस्सा है और जीडीपी में लगभग 14% योगदान देता है।

  • रूस

रूस सिर्फ अपनी वोदका और खूबसूरत नज़ारों के लिए ही नहीं, बल्कि चांदी के बड़े भंडार के लिए भी जाना जाता है। 2024 में देश ने 1,200 मीट्रिक टन चांदी का उत्पादन किया, जो 2023 के 1,240 मीट्रिक टन से थोड़ा कम रहा। रूस की सबसे बड़ी खदान डुकाट ने अकेले 7.7 मिलियन औंस चांदी दी। प्रतिबंधों के चलते पॉलीमेटल इंटरनेशनल की संपत्ति बेचने के बाद अब इसका संचालन मंगज़ेया प्लस संभाल रहा है। निर्यात से जुड़ी चुनौतियों के बावजूद रूस अभी भी दुनिया की चांदी आपूर्ति में अहम भूमिका निभा रहा है।

  • अमेरिका

अमेरिका ने 2024 में 1,100 मीट्रिक टन चांदी का उत्पादन किया, जो 2023 के 1,020 मीट्रिक टन से ज्यादा है। इसमें सबसे बड़ा योगदान अलास्का की हेक्ला माइनिंग की ग्रीन्स क्रीक खदान का रहा, जबकि बाकी चांदी देश की 31 अन्य खदानों से सोना और अन्य धातुओं के साथ उपोत्पाद के रूप में निकली। इस उत्पादन ने अमेरिकी अर्थव्यवस्था में करीब 960 मिलियन डॉलर जोड़े, जिसमें ज्यादातर चांदी का इस्तेमाल स्थानीय जरूरतों के लिए हुआ, न कि निर्यात के लिए।

  • ऑस्ट्रेलिया 

ऑस्ट्रेलिया ने 2024 में 1,000 मीट्रिक टन चांदी का उत्पादन किया, जो 2023 से थोड़ा कम रहा। यहां चांदी ज़्यादातर सोना और तांबा खनन के दौरान उपोत्पाद के रूप में मिलती है। देश की सबसे बड़ी कैनिंगटन खदान, जिसे साउथ32 संचालित करती है, अकेले 12.67 मिलियन औंस चांदी निकालती है। ऑस्ट्रेलिया में यह धातु मुख्य रूप से स्थानीय उद्योगों और निवेश की ज़रूरतों को पूरा करने में इस्तेमाल होती है।

  • कजाखस्तान

कजाखस्तान ने 2024 में 1,000 मीट्रिक टन ज़िंक का उत्पादन किया, जो 2023 के 985 मीट्रिक टन से अधिक है। यहां का काज़िंक कॉम्प्लेक्स, जिसे ग्लेनकोर और सरकारी कंपनी ताऊ-केन सम्रुक मिलकर चलाते हैं, ने अकेले 3.34 मिलियन औंस ज़िंक निकाला। खनन यहां की अर्थव्यवस्था की रीढ़ है—2022 में खनिज निर्यात 84.6 बिलियन डॉलर रहा, जो देश के कुल निर्यात का 68% था। मूल्य संवर्धन की वजह से कज़ाखस्तान वैश्विक खनन जगत में मज़बूत स्थान रखता है और रजत अर्थव्यवस्था में अहम योगदान देता है।

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