Yes Bank के मैनेजिंग डायरेक्टर और CEO प्रशांत कुमार को जब SBI के CFO केबिन से मार्च 2020 में मुश्किल में फंसे बैंक की जिम्मेदारी दी गई थी सबको हैरानी हुई थी। प्रशांत कुमार भी कहते हैं, "मैं जानता था कि कुछ होने वाला है लेकिन यह जिम्मेदारी मुझपर आ जाएगी यह पता नहीं था।" कुमार ने कहा, Yes Bank की रीस्ट्रक्चरिंग बहुत बड़ी जिम्मेदारी है।
RBI ने मार्च 2020 में जब Yes Bank के रीस्ट्रक्चरिंग का फैसला किया तो किसी को इस बात का अंदाजा नहीं था कि SBI को इसकी जिम्मेदारी उठानी होगी। उस वक्त यह फैसला लिया गया कि Yes Bank के शेयरों में निवेश पर तीन साल का लॉकइन होगा। यानी जिन लोगों के पास Yes Bank के शेयर हैं वो लोग तीन साल के भीतर सिर्फ 25% स्टेक ही बेच सकते हैं। बाकी की 75% हिस्सेदारी बेचने के लिए उन्हें तीन साल का इंतजार करना होगा। Yes Bank के शेयर 2 सितंबर को 0.45% ऊपर 11.15 रुपए पर बंद हुए
हालांकि अब शेयरधारकों के लॉक-इन पीरियड का आधा वक्त निकल गया है। इस पूरे समय में Yes Bank ने अपनी बैलेंस शीट साफ करने के साथ ही बिजनेस को मजबूत बनाने पर जोर दिया। फिस्कल ईयर 2022 की जून तिमाही में Yes Bank का रिटर्न ऑन एसेट्स (RoA) 0.3 फीसदी था। Yes Bank का टारगेट है कि इसे बढ़ाकर फिसक्ल ईय़र 2023 तक 1% तक पहुंचाया जाए।
फिस्कल ईयर 2021 की दिसंबर तिमाही में Yes Bank को 150.71 करोड़ रुपए का लॉस हुआ था। मार्च 2021 तिमाही में बैंक के नतीजे और कमजोर रहे। इस दौरान Yes Bank का नेट लॉस 3788 करोड़ रुपए रहा। हालांकि इसके बाद Yes Bank के नतीजों में सुधार देखने को मिला। जून 2021 तिमाही में Yes Bank का नेट प्रॉफिट साल-दर-साल आधार पर 355.2% बढ़कर 207 करोड़ रुपए रहा।
Yes Bank ने अतुल मलिक और रेखा मूर्ति को बैंक के बोर्ड में नॉन-एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर्स के तौर पर नियुक्त किया है। इनकी नियुक्ति 30 अगस्त से प्रभावी हो गई है।
अतुल मलिक बड़े बैंकर हैं और उनके पास 30 साल का अनुभव है। Yes Bank से जुड़ने से पहले वह TPG के सीनियर एडवाइजर थे।
रेखा मूर्ति को भी में 30 साल का अनुभव है। Yes Bank से जुड़ने से पहले वह स्टार्टअप की मेन्टॉरिंग कर रही थीं।