मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर में हिस्सेदारी खरीदने की तैयारी में अदानी ग्रुप और अपोलो हॉस्पिटल्स

Metropolis एक डायग्नोस्टिक और पैथोलॉजी चेन है। इसने 1980 में एक अकेले लैब के साथ कारोबार की शुरुआत की थी। वर्तमान में देश के 19 राज्यों में कंपनी का कारोबार है

अपडेटेड Jun 07, 2022 पर 1:16 PM
Story continues below Advertisement
Metropolis Healthcare के मार्केट कैप और इसके कारोबार के आकार को देखते हुए यह डील कम से कम 1 अरब डॉलर की हो सकती है

मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर (Metropolis Healthcare) में दो बड़ी कंपनियां हिस्सेदारी खरीदना चाहती हैं। इनमें पहला नाम अपोलो हॉस्पिटल का है। दूसरा नाम अदानी ग्रुप का है। अंग्रेजी बिजनेस न्यूज वेबसाइट मिंट ने यह खबर दी है। अपोलो हॉस्पिटल (Apollo Hospitals Enterprise) हेल्थकेयर सेवाएं देने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी है। अदानी ग्रुप ने हाल में हेल्थकेयर सेवाओं के बिजनेस में उतरने का ऐलान किया था।

Metropolis Healthcare के मार्केट कैप और इसके कारोबार के आकार को देखते हुए यह डील कम से कम 1 अरब डॉलर की हो सकती है। मनीकंट्रोल स्वतंत्र रुप से इस खबर की पुष्टि नहीं करता है। Metropolis, Adani Group और Apollo Hospitals से इस डील के बारे में पूछे गए सवाल का जवाब नहीं मिला।

माना जा रहा है कि मेट्रोपोलिस हेल्थकेयर में हिस्सेदारी खरीदने से अडानी ग्रुप को हेल्थकेयर सेक्टर में अपनी पैठ बनाने में मदद मिलेगी। मिंट की इस रिपोर्ट में कहा गया है कि अडानी ग्रुप ने हेल्थकेयर स्पेस में पांव जमाने के लिए 4 अरब डॉलर के निवेश की योजना बनाई है।


बतातें चलें कि Metropolis एक डायग्नोस्टिक और पैथोलॉजी चेन है। इसने 1980 में एक अकेले लैब के साथ कारोबार की शुरुआत की थी। वर्तमान में देश के 19 राज्यों में कंपनी का कारोबार है। पश्चिमी और दक्षिणी भारत में कंपनी की ज्यादा गहरी पैठ है।

जेवर एयरपोर्ट समय पर बन जाएगा, हम इसे 5730 करोड़ रुपये के तय बजट में बनाएंगे: सीईओ क्रिस्टोफ श्नेलमैन

19 मई को अडानी ग्रुप ने हेल्थकेयर सेक्टर में कदम रखने का ऐलान किया था। अडानी ग्रुप की तरफ से बताया गया था कि हेल्थकेयर से संबंधित सेवाओं के लिए एक पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी की स्थापना की गई है। इस सहायक कंपनी का नाम Adani Health Ventures Limited ((AHVL) है। यह कंपनी हेल्थकेयर से संबंधित कारोबार का संचालन करेगी। इसमें मेडिकल और डायग्नोस्टिक इकाईयों की स्थापना जैसे काम शामिल हैं। इस कंपनी की शुरुआती चुकता पूंजी 1,00,000 लाख रुपये होगी।

2014 से अब तक अलग-अलग सेगमेंटों में 30 से ज्यादा अधिग्रहण के साथ अडानी ग्रुप ने भारतीय उद्योग जगत में जबरदस्त तेजी के साथ ग्रोथ की है। अडानी ग्रुप इस समय सीमेंट, पोर्ट , एयरपोर्ट और पावर सेक्टर में बड़ी हिस्सेदारी रखने वाला कारोबारी समूह बन गया है।

हिंदी में शेयर बाजार स्टॉक मार्केट न्यूज़,  बिजनेस न्यूज़,  पर्सनल फाइनेंस और अन्य देश से जुड़ी खबरें सबसे पहले मनीकंट्रोल हिंदी पर पढ़ें. डेली मार्केट अपडेट के लिए Moneycontrol App  डाउनलोड करें।