Agri commodity : दिसंबर 2021 से 7 एग्री वायदा पर लगे बैन कि मियाद 20 दिसंबर को पूरी होने वाली है। धान (नॉन बासमती),गेहूं,चना,मूंग,सरसों,सोयाबीन और CPO वायदा पर 20 दिसंबर 2021 को बैन लगाया गया था। इंडस्ट्री की वायदा से बैन हटाने की मांग है। इंडस्ट्री उम्मीद कर रही है कि सभी नहीं तो कुछ वायदा से बैन सेबी जरूर हटाएगा। किन एग्री वायदा पर से बैन हटने की उम्मीद कर रही है इंडस्ट्री और क्यों। इन सब पर बात करने के लिए आज सीएनबीसी-आवाज़ के साथ जुड़े मैकडोनाल्ड पेल्ज़ ग्लोबल कमोडिटीज (Mcdonald Pelz Global Commodities) के सीईओ सुमित गुप्ता और जीजीएन रिसर्च ( GGN Research) के मैनेजिंग पार्टनर नीरव देसाई।
वायदा शुरू होने से इंडस्ट्री के साथ-साथ किसानों को भी होगा फायदा
इस मुद्दे पर बात करते हुए GGN रिसर्च के नीरव देसाई ने कहा कि एग्री वायदा शुरू होने चाहिए, वायदा शुरू होने से इंडस्ट्री के साथ किसानों को भी फायदा होगा। उन्होंने आगे कहा कि दिसंबर में एडिबल ऑयल, ऑयल सीड और दालों वायदा आना चाहिए।
कमोडिटी मार्केट को डेवलप करने के लिए फ्यूचर ऑप्शन जरूरी
मैकडोनाल्ड पेल्ज ग्लोबल कमोडिटीज के सुमित गुप्ता का कहना है कि कमोडिटी मार्केट को डेवलप करने के लिए फ्यूचर ऑप्शन जरूरी है। फ्यूचर कॉन्ट्रैक्ट से रिस्क मैनेजमेंट, प्राइस डिस्कवरी और विजिबिलिटी में काफी मदद मिलती है। वर्ल्ड वाइड फ्यूचर कमोडिटी में लिक्विडिटी अ्च्छी है। एग्री कमोडिटी का सबसे बड़ा स्टॉक होल्डर भारत सरकार है।
6200 रुपए तक जा सकता है MCX क्रूड
वहीं, मिरे एसेट शेयरखान के मोहम्मद इमरान ने क्रूड की चाल पर बात करते हुए कहा है कि शॉर्ट टर्म के लिए क्रूड में तेजी आएगी और WTI क्रूड 72 डॉलर पर और MCX क्रूड 6200 रुपए तक जा सकता है। लेकिन 2025 के पहले क्वार्टर में क्रूड पर दबाव रह सकता है और इसके दाम 60 डॉलर तक जा सकते हैं।