एक्सिस बैंक (Axis Bank) की तरफ से मैक्स लाइफ (MAX LIFE) में और हिस्सा खरीद का प्रस्ताव संभव है। एक्सिस बैंक MAX LIFE में अतिरिक्त 7 प्रतिशत हिस्सा खरीद सकता है। CNBC-TV18 को सूत्रों के हवाले से ये जानकारी मिली है। सूत्रों के मुताबिक 85 रुपए प्रति शेयर के भाव पर अतिरिक्त 7 प्रतिशत हिस्सेदारी को खरीदी जा सकती है। IRDAI द्वारा AXIS BANK के प्रस्ताव पर निर्णय लिया जायेगा। IRDAI का कहना है कि इस तरह की डील्स में फेयर मार्केट और यूनिफॉर्म प्राइसिंग आवश्यक है। IRDAI ने पिछला ट्रांजैक्शन मंजूर किया था। इस प्रस्ताव के बाद ये सौदा 429 करोड़ से बढ़कर 1139 करोड़ हो जाएगा। हालांकि इस खबर पर AXIS BANK और MAX LIFE की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल पाई है।
हमारे सहयोगी चैनल सीएनबीसी-टीवी 18 के यश जैन ने एक्सक्लूसिव खबर पर बात करते हुए कहा कि मैक्स लाइफ-एक्सिस डील और आगे बढ़ती नजर आ रही है। मैक्स लाइफ में एक्सिस बैंक जल्द 7% और हिस्सेदारी खरीद सकता है। उन्होंने कहा कि एक्सिस बैंक (Axis Bank) का इरादा मैक्स लाइफ (MAX LIFE) में करीब 20 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीदने का था। इसमें से 13 प्रतिशत हिस्सा बैंक द्वारा खरीदा जा चुका है। बचे हुए और 7 प्रतिशत की हिस्सेदारी के लिए एक्सिस बैंक मैक्स लाइफ को प्रस्ताव दे सकता है।
बैंक ने 13 प्रतिशत हिस्सा 32 रुपये प्रति शेयर के प्राइस पर खरीदा था। इस पर रेग्युलेर ने ऑब्जेक्शन लिया था। उन्होंने कहा था कि आपका वैल्यूशन मेकेनिजम ठीक नहीं है। इसे फेयर मार्केट वैल्यू के हिसाब से और यूनिफॉर्म करना पड़ेगा। रेग्युलेटर ने कहा था बचे हुए हिस्सदारी के लिए इसका पालन करना पड़ेगा।
इसके बाद एक्सिस बैंक ने हफ्ते की शुरुआत में इसकी सूचना एक्सचेंजेस को दी थी। बैंक ने कहा था कि नया वैल्यूएशन निकाला जायेगा। अब नया वैल्यूएशन क्या होगा। इसका सूत्रों के हवाले से खुलासा करते हुए यश जैन ने कहा कि नया वैल्यूशन 85 रुपये प्रति शेयर के आधार पर होगा। इसके पहले एक्सिस बैंक ने 5 प्रतिशत हिस्सेदारी 85 रुपये प्रति शेयर के भाव पर खरीदी थी। इसे रेग्युलेटर की मंजूरी मिली थी। लिहाजा अगले 7 प्रतिशत हिस्से के लिए ये फेयर मार्केट वैल्यू और यूनिफार्म प्राइस होगा।
यश ने आगे कहा कि इस प्रकार देखा जाये तो अब डील की साइज बढ़ जायेगी। पहले 7 प्रतिशत हिस्सेदारी खरीद के डील की साइज 429 करोड़ रुपये थी। अब डील की साइज बढ़कर 1,139 करोड़ रुपये हो जायेगी। इसका मतलब ये है कि इस डील के लिए एक्सिस बैंक को अतिरिक्त 710 करोड़ रुपये का भुगतान करना होगा।