अशनीर के लिंक्डइन पेज पर अब भी को-फाउंडर और मैनेजिंग डायरेक्टर- BharatPe लिखा हुआ है
कहते हैं वक्त कब बदल जाए कहा नहीं जा सकता। कुछ ऐसा ही अशनीर ग्रोवर के साथ हुआ है। 1 मार्च 2022 के पहले वह BharatPe के फाउंडर थे लेकिन अब उनका कंपनी से कोई नाता नहीं रह गया है। अशनीर ग्रोवर ने 1 मार्च आधी रात को अपना इस्तीफा दे दिया था। इसके एक दिन के भीतर BharatPe ने अशनीर ग्रोवर से फाउंडर कहलाने का हक भी छीन लिया। फाउंडर छोड़िए, वह कंपनी के कर्मचारी भी नहीं कहला सकते।
BharatPe ने अपनी वेबसाइट से अशनीर ग्रोवर का नाम और उनकी फोटो..उनसे जुड़ी हर चीज हटा दी है। अब अशनीर ग्रोवर और उनकी पत्नी माधुरी जैन का नाम कंपनी के About Us पेज पर नहीं मिलेगा।
BharatPe के About us पर अब को-फाउंडर शाश्वत नरकानी, CEO सुहैल समीर, एक अन्य को-फाउंडर भाविक कोलाडिया और चीफ रेवेन्यू ऑफिसर निशित शर्मा सहित कंपनी के कुछ बड़े अधिकारियों का नाम है। इतना ही नहीं, BharatPe और सेंट्रम ग्रुप के ज्वाइंट वेंचर यूनिटी स्मॉल फाइनेंस बैंक के पोर्टल से भी अशनीर ग्रोवर का प्रोफाइल हटा दिया गया है। दिलचस्प है कि अशनीर के लिंक्डइन पेज पर अब भी को-फाउंडर और मैनेजिंग डायरेक्टर- BharatPe लिखा हुआ है।
कैसे शुरू हुआ अशनीर ग्रोवर का बुरा वक्त
अशनीर ग्रोवर की मुसीबत शुरू हुई एक फोन कॉल से। ग्रोवर का एक ऑडियो वायरल हुआ था जिसमें वह कोटक महिंद्रा बैंक के एक कर्मचारी को इस बात के लिए हड़का रहे थे कि उन्हें नायका का शेयर क्यों नहीं मिला। इस वीडियो के बाद कंपनी ने इंडिपेंडेंट ऑडिट कराया जिसमें अशनीर ग्रोवर के खिलाफ कंपनी के फंड में हेरफेर करने की बात पता चली। ग्रोवर ने अपने बचाव में सिंगापुर इंटरनेशनल आर्बिट्रेशन सेंटर में भी याचिका डाली थी कि उनके खिलाफ कॉरपोरेट गवर्नेंस की जांच ना हो। हालांकि उनकी याचिका खारिज कर दी गई।
आइए हम बताते हैं BharatPe और अशनीर ग्रोवर के बीच जंग कब शुरू हुई
5 जनवरी: एक गुमनाम ट्विटर हैंडल से एक ऑडियो क्लिप जारी हुआ। जिसमें कथित तौर पर अशनीर ग्रोवर कोटक महिंद्रा बैंक के एक कर्मचारी के साथ बदतमीजी से बात कर रहे हैं। ऑडियो क्लिप के मुताबिक, अशनीर ग्रोवर और उनके परिवार के सदस्यों को कोटक महिंद्रा बैंक नायका के शेयर नहीं दिला पाए जिसकी वजह से अशनीर ग्रोवर नाराज थे।
6 जनवरी: अशनीर ग्रोवर ने दावा किया कि यह वीडियो क्लिप फर्जी है।
8 जनवरी: यह क्लिप ट्विटर और साउंड क्वलाउड से हटा लिया गया। अशनीर ने भी अपना ट्वीट डिलीट कर दिया।
9 जनवरी: ऐसी खबरें आईं कि अशनीर ग्रोवर और उनकी पत्नी माधुरी जैन ने अक्टूबर में कोटक महिंद्रा बैंक को लीगल नोटिस भेजा था। बैंक ने कहा कि वह इस ऑडियो क्लिप पर एक्शन लेंगे।
17 जनवरी: सीकोइया के कर्मचारी के साथ विवाद के बाद अगस्त 2020 में अशनीर ग्रोवर ने एक मेल भेजा था, यह मेल सबके सामने आ गया।
19 जनवरी: अशनीर ग्रोवर मार्च के अंत तक वॉलेंटरी लीव पर चले गए।
29 जनवरी: BharatPe के बोर्ड ने इंडिपेंडेंट ऑडिटिंग कराने का ऐलान किया।
30 जनवरी: अशनीर ग्रोवर सौह्रार्द पूर्ण सुलह जाते थे लेकिन साथ ही वकील भी नियुक्त कर लिया।
2 फरवरी: एक लेटर सार्वजनिक हुआ जिसमें CEO सुहैल समीर को बोर्ड से निकालने की बात थी।
4 फरवरी: शुरुआती जांच में पता चला कि अशनीर ग्रोवर और उनकी पत्नी माधुरी जैन ने कंपनी में घोटाला किया है।
10 फरवरी: माधुरी जैन ने ऑडिट कंपनी A&M को लेटर लिखकर पूछा कि ऑडिट की रिपोर्ट सार्वजनिक कैसे हुई।
11 फरवरी: CEO सुहैल समीर ने कर्मचारियों को कहा कि वह कंपनी के बोर्ड और आगे की कार्रवाई पर भरोसा बनाकर रखें।
22 फरवरी: अशनीर ग्रोवर सेटलमेंट के तौर पर भविष्य में होने वाली कार्रवाई से प्रोटेक्शन चाहते थे। इसके साथ ही एक लेटर में कंपनी के चेयरमैन रजनीश कुमार पर पक्षपात करने का आरोप लगाया।
23 फरवरी: BharatPe ने माधुरी जैन पर फंड का गलत इस्तेमाल करने का आरोप लगाकर उन्हें नौकरी से निकाल दिया। बोर्ड के चेयरमैन रजनीश कुमार ने कहा कि ग्रोवर पर लगे आरोपों का कंपनी पर कोई असर नहीं होगा।
27 फरवरी: सिंगापुर इंटरनेशनल आर्बिट्रेशन सेंटर ने BharatPe के खिलाफ अशनीर ग्रोवर का गवर्नेंस रिव्यू याचिका खारिज कर दी।
1 मार्च: अशनीर ग्रोवर ने BharatPe से इस्तीफा दे दिया।