शुक्रवार को Amazon के शेयरों में 14 फीसदी की गिरावट देखने को मिली । शुक्रवार का दिन Amazon के लिए जुलाई 2006 के बाद का सबसे बुरा दिन रहा। कंपनी ने वर्तमान तिमाही के लिए अपने रेवेन्यू का अनुमान जारी किया है जो दलाल स्ट्रीट के अनुमान से कमजोर रहा है । इस कमजोर अनुमान के चलते ही कंपनी के शेयरों में शुक्रवार को भारी दबाव देखने को मिला।
Amazon ने गुरुवार को कहा है कि दूसरी तिमाही में कंपनी की आय 116 अरब डॉलर से 121 अरब डॉलर के बीच रह सकती है। Refinitiv के मुताबिक एनालिस्ट का अनुमान था कि कंपनी की आय दूसरी तिमाही में 125.5 अरब डॉलर हो सकती है। दूसरी तिमाही में आय का अनुमान उम्मीद से कमजोर रहने के कारण शुक्रवार को अमेरिकी बाजार में Amazon के स्टॉक पर भारी दबाव रहा।
जानकारों का कहना है कि कोविड महामारी के कमजोर पड़ने और इकोनॉमी के फिर से खुलने के साथ ही ऑनलाइन कारोबार में कुछ सुस्ती आती दिखी है। इस बीच कंपनी की ऑपरेटिंग कॉस्ट बिक्री की तुलना में ज्यादा तेजी से बढ़ी है। Amazon ने अपने स्टॉफ के वेतन, वेयर हाउसों के रख -रखाव और भाड़े के साथ ही सप्लाई चेन की चुनौतियों से निपटने के लिए भारी मात्रा में निवेश किया है।
इसके अलावा कंपनी को बढ़ती महंगाई, ट्रासंपोर्टेशन की बढ़ती लागत और बढ़े लेबर कॉस्ट का भी सामाना करना पड़ रहा है जिसके कारण कंपनी के आय और मुनाफे में दबाव की संभावना है।
Amazon ने दूसरी तिमाही के अनुमान जारी करते हुए कहा है कि इस अवधि में कंपनी के आय़ में सालाना आधार पर 3-7 फीसदी की गिरावट देखने को मिल सकती है। बता दें कि पहली तिमाही में Amazon के आय में 7 फीसदी की बढ़त देखने को मिली थी। हालांकि पहली तिमाही में Amazon को 3.8 अरब डॉलर का घाटा हुआ था। बता दें कि इसके पिछले साल की पहली तिमाही में कंपनी को 8.1 अरब डॉलर का फायदा हुआ था। कंपनी ने इलेक्ट्रिक व्हीकल बनाने वाली कंपनी Rivian में बड़ा निवेश किया है जिसके चलते कंपनी के मुनाफे में दबाव आता दिखा है।