Adani Ports and SEZ Limited ने 8 अगस्त को वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही के नतीजे घोषित कर दिए है। जिसके मुताबिक 30 जून 2022 को खत्म हुई इस तिमाही मे कंपनी का कंसोलिडेटेड मुनाफा 16 फीसदी की गिरावट के साथ 1,072 करोड़ रुपये पर रहा है जो कि वित्त वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही में 1,024 करोड़ रुपये पर रहा था।
तिमाही आधार पर देखें तो कंपनी के मुनाफे में 4.7 फीसदी की बढ़त देखने को मिली है। वित्त वर्ष 2021-22 की चौथी तिमाही में कंपनी का मुनाफा 1,024 करोड़ रुपये पर रहा था।
30 जून 2022 को समाप्त पहली तिमाही में गौतम अडानी के स्वामित्व वाली इस कंपनी की आय सालाना आधार पर सपाट रही है। इस अवधि में कंपनी की आय 4,638 करोड़ रुपये पर रही है जो कि पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 4,671 करोड़ रुपये पर रही थी। तिमाही आधार पर देखें तो कंपनी की आय में 20.6 फीसदी की बढ़त देखने को मिली थी। वित्त वर्ष 2021-22 की चौथी तिमाही में कंपनी की आय 3,845 करोड़ रुपये पर रहा था।
वर्तमान चुनौतिपूर्ण माहौल में भी कंपनी के कार्गो और लॉजिस्टिक कारोबार में अच्छी बढ़ोतरी देखने को मिली है। हालांकि कंपनी के SEZ कारोबार में 725 करोड़ रुपये की गिरावट देखने को मिली है।
वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही में कंनी के कार्गों बिजनेस की रेवेन्यू सालाना आधार पर 18 फीसदी की बढ़त के साथ 4,090 करोड़ रुपये पर रही है। इसमें गंगावरम पोर्ट से होने वाली आय शामिल नहीं है। पहली तिमाही में कंपनी की लॉजिस्टिक्स कारोबार से होने वाली आय सालाना आधार पर 34 फीसदी की बढ़त के साथ 360 करोड़ रुपये पर रही है।
30 जून 2022 को समाप्त पहली तिमाही में कंपनी की एबिटडा सालाना आधार पर 20.4 फीसदी घटकर 1,804.6 करोड़ रुपये पर रही है। जो कि पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 2,267 करोड़ रुपये पर रही है। वहीं सालाना आधार पर पहली तिमाही में कंपनी की एबिटडा मार्जन 48.5 फीसदी से घटकर 38.9 फीसदी पर रही है।