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BharatPe का FY21 में 77% बढ़ा घाटा, रेवेन्यू में आई 20 गुना की उछाल, जानिए डिटेल

BharatPe का वित्त वर्ष 2021 में घाटा बढ़कर 1,619 करोड़ रुपये रहा, जो इसके पिछले वित्त वर्ष में 912 करोड़ रुपये था

अपडेटेड Apr 11, 2022 पर 11:32 PM
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वित्त वर्ष 2021 में BharatPe का रेवेन्यू 119 करोड़ रहा

फिनटेक फर्म भारतपे (BharatPe) का रेवेन्यू वित्त वर्ष 2021 में 20 गुना बढ़ा है। हालांकि इसी दौरान कंपनी का घाटा भी 77 फीसदी बढ़ गया। BharatPe पिछले कुछ महीनों में अपने को-फाउंडर अशनीर ग्रोवर (Ashneer Grover) से जुड़े विवादों और उनको कंपनी से हटाने के कारण सुर्खियों में रही है।

वित्त वर्ष 2021 में कोरोना महामारी के दौरान छोटे दुकानदारों ने तेजी से डिजिटल पेमेंट्स को अपनाया, जिससे BharatPeको अपनी आमदनी या रेवेन्यू बढ़ाने में मदद मिली। इसके अलावा दुकानदारों और ग्राहकों को छोटे साइज के कर्ज देने में बढ़ोतरी से भी कंपनी को अधिक रेवेन्यू हासिल करने में मदद मिली।

कंपनी के नियामकीय फाइलिंग्स के मुताबिक, वित्त वर्ष 2021 में BharatPe का रेवेन्यू 119 करोड़ रहा, जो इससे पिछले वित्त वर्ष में सिर्फ 6 करोड़ था। इसके साथ कंपनी का घाटा भी बढ़कर 1,619 करोड़ रुपये हो गया, जो इसके पिछले वित्त वर्ष में 912 करोड़ रुपये था। कंपनी के खर्च में 93 फीसदी का इजाफा इसके घाटे में बढ़ोतरी के पीछे अहम वजह रही। कंपनी ने बाजार में अपनी उपस्थिति बढ़ाने को लेकर वित्त वर्ष के दौरान तेजी से खर्च किया।


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कुल 2,961 करोड़ रुपये का हुआ घाटा

वित्त वर्ष 2021 के दौरान कंपनी का खर्च 1,804 करोड़ रुपये रहा, जो इसके पिछले वित्त वर्ष में 934 करोड़ रुपये रहा। BharatPe ने वित्त वर्ष 2021 में जो घाटा दर्ज किया, उसके अलावा उसे कंपल्सरी कन्वर्टिबल प्रेफरेंस (CCPS) की फेयर वैल्यू में बदलाव से 1,342 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है, जो पिछले वित्त वर्ष में 705 करोड़ रुपये था। अगर इसे भी जोड़ दें तो कंपनी को वित्त वर्ष 2021 में कुल 2,961 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है।

मार्च महीने में कंपनी ने दर्ज की रिकॉर्ड ग्रोथ

इससे एक दिन BharatPe के सीईओ सुहैल समीर ने बताया कि कंपनी ने मार्च 2022 में अपनी अब तक की सबसे रिकॉर्ड ग्रोथ दर्ज की। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म लिंक्डइन पर लिखे एक पोस्ट में सुहैल समीर ने बताया, हमने वित्त वर्ष का अंत धमाकेदार तरीके से किया है। प्रदर्शन के लिहाज से यह हमारा अब तक का सबसे अच्छा महीना और सबसे अच्छी तिमाही रही है। हमने सभी सेगमेंट में 15 से 40 फीसदी की ग्रोथ दर्ज की है।" सुहैल समीर ने यह भी कहा कि कंपनी जल्द ही घाटे से बाहर आने की राह पर है और वह अगले 18 से 24 महीनों में अपना आईपीओ (BharatPe IPO) लाने की भी तैयारी कर रही है।

225 शहरों में है कंपनी की मौजूदगी

BharatPe दुकानदारों को क्यूआर कोड के जरिए डिजिटल पेमेंट की सुविधा देती है। साथ ही वह दुकानदारों को कर्ज भी देती है। अब कंपनी की मौजूदगी 225 शहरों में है। कंपनी के प्लेटफॉर्म से अब 80 लाख से अधिक मर्चेट जुड़े हैं। 31 मार्च, 2021 को समाप्त वित्त वर्ष में इनकी संख्या 50 लाख थी।

अशनीर ग्रोवर से जुड़े विवाद से सुर्खियों में थी कंपनी

BharatPe पिछले कुछ समय से अशनीर ग्रोवर से जुड़े विवादों के कारण सुर्खियों में है। अशनीर ग्रोवर और उनकी पत्नी माधुरी जैन पर कंपनी की तरफ से कराए गए गवर्नेंस ऑडिट में पैसों की हेराफेरी करने का आरोप सामने आया था। इसके बाद भारतपे ने दोनों दंपत्ति को कंपनी से हटा दिया था।

अशनीर ग्रोवर ने 28 फरवरी की देर रात कंपनी से अपना इस्तीफा दिया था। वहीं इसके एक दिन बाद उनकी पत्नी को भारतपे के हेड ऑफ कंट्रोल्स पद से हटा दिया गया था। हालांकि अशनीर और उनकी पत्नी ने हमेशा यह कहा है कि उन्हें गलत आरोपों और अनुचित तरीके से कंपनी से निकाला गया है उन्होंने कई बार सीईओ सुहैल समीर और चेयरमैन रजनीश कुमार को इसके लिए दोषी ठहराया है।

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