हिंडाल्को इंडस्ट्रीज लिमिटेड ने वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही में शानदार प्रदर्शन किया है। कंपनी का कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 60% बढ़कर 3,735 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 2,331 करोड़ रुपये था। यह ग्रोथ मुख्य रूप से भारत के कारोबार की मजबूत प्रदर्शन के कारण हुई है। कंपनी की कुल आय भी बढ़कर 58,899 करोड़ रुपये हो गई, जबकि पिछले साल यह आंकड़ा 53,088 करोड़ रुपये था।
हिंडाल्को के एल्यूमिनियम अपस्ट्रीम कारोबार ने रिकॉर्ड 4,222 करोड़ रुपये का EBITDA दर्ज किया, जो सालाना आधार पर 73% की ग्रोथ दिखाता है। EBITDA मार्जिन भी 42% तक पहुंच गया, जो पूरी इंडस्ट्री में सबसे ज्यादा है। वहीं, कॉपर बिजनेस ने भी 18% की ग्रोथ के साथ 777 करोड़ रुपये का EBITDA हासिल किया। एल्युमिनियम ऊंची कीमतों के कारण नोवेलिस की रेवेन्यू बढ़कर 4.1 बिलियन डॉलर हो गई, हालांकि इसका EBITDA 19% गिरकर 367 मिलियन डॉलर रह गया।
दिसंबक तिमाही में कंपनी का टोटल एक्सपेंडीचर बढ़कर 53,563 करोड़ रुपये हो गया, जो पिछले साल की समान तिमाही में 49,761 करोड़ रुपये था। हालांकि, फाइनेंस कॉस्ट 944 करोड़ रुपये से घटकर 817 करोड़ रुपये रह गई, जिससे मुनाफे में और सुधार हुआ।
हिंडाल्को ने इस तिमाही के दौरान मीनाक्षी कोल माइंस का अधिग्रहण किया है, जिससे इसकी कोयले की सप्लाई में मजबूती बनी रहेगी। इसके अलावा, कंपनी की एल्युमिना रिफाइनरी, एल्युमिनियम स्मेल्टर एक्सपेंशन और कॉपर स्मेल्टर के एक्सपेंशन की योजनाएं भी सही ढंग से आगे बढ़ रही हैं।