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IOB Q2 Results: शुद्ध मुनाफा 58% बढ़कर ₹1,226 करोड़ रहा, NPA में गिरावट, शेयर उछले

Indian Overseas Bank Q2 Results: सरकारी बैंक इंडियन ओवरसीज बैंक (IOB) के शेयरों में गुरुवार 16 अक्टूबर को हल्की तेजी देखने को मिली। यह तेजी बैंक के सितंबर तिमाही के नतीजे जारी होने के बाद आई। सितंबर तिमाही के दौरान बैंक के शुद्ध मुनाफे में 58% की जोरदार बढ़ोतरी दर्ज की गई

अपडेटेड Oct 16, 2025 पर 1:20 PM
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Indian Overseas Bank Q2 Results: नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) सालाना आधार पर 21% बढ़कर ₹3,059 करोड़ रुपये रहा

Indian Overseas Bank Q2 Results: सरकारी बैंक इंडियन ओवरसीज बैंक (IOB) के शेयरों में गुरुवार 16 अक्टूबर को हल्की तेजी देखने को मिली। यह तेजी बैंक के सितंबर तिमाही के नतीजे जारी होने के बाद आई। सितंबर तिमाही के दौरान बैंक के शुद्ध मुनाफे में 58% की जोरदार बढ़ोतरी दर्ज की गई। साथ ही इसके एसेट क्वालिटी में भी सुधार देखने को मिली।

सुबह के कारोबार में इंडियन ओवरसीज बैंक के शेयर 1% तक चढ़कर 41 रुपये के स्तर पर पहुंच गए। हालांकि, सालाना आधार पर यह स्टॉक अब तक करीब 22% गिरा हुआ है, जबकि पिछले एक महीने में इसमें कोई खास बदलाव नहीं देखा गया है।

कैसे रहे तिमाही नतीजे

इंडियन ओवरसीज बैंक ने मौजूदा वित्त वर्ष की सितंबर तिमाही में 1,226 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा कमाया। यह इसके पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में रहे 777 करोड़ के मुनाफे से करीब 58 प्रतिशत अधिक है। बैंक ने बताया कि बेहतर ब्याज आय, घटी हुई प्रोविजनिंग और एसेट क्वालिटी में सुधार की वजह से उसे अपना मुनाफा बढ़ाने में मदद मिली।


बैंक का नेट इंटरेस्ट इनकम (NII) सितंबर तिमाही में सालाना आधार पर 21% बढ़कर ₹3,059 करोड़ रुपये रहा, जो इसके पिछले साल इसी तिमाही में 2,537 करोड़ रुपये रहा था।

एसेट क्वालिटी में सुधार

बैंक की एसेट क्वालिटी लगातार बेहतर हो रही है। बैंक का ग्रॉस NPA घटकर 1.83% पर आ गया, जो इसके पहले जून तिमाही में 1.97% था। इसका नेट NPA भी घटकर 0.28% हो गया, जो इससे पहले जून तिमाही में 0.32 फीसदी था।

रुपये में बात करें तो, ग्रॉस NPA ₹5,178 करोड़ से घटकर ₹5,078 करोड़ पर पहुंचा। वहीं नेट NPA ₹816 करोड़ से घटकर ₹776 करोड़ हो गया।

प्रोविजन घटने से बढ़ा मुनाफा

सितंबर तिमाही में बैंक का कुल प्रोविजन घटकर ₹672 करोड़ रह गया, जबकि इससे पहले जून तिमाही में यह ₹844 करोड़ था। NPA के लिए अलग से किया गया प्रोविजन भी ₹179 करोड़ से घटकर ₹121.5 करोड़ पर आ गए। कम प्रोविजनिंग ने सीधे तौर पर नेट प्रॉफिट को बढ़ाने में मदद की।

सरकारी बैंकों के संभावित विलय की खबर से भी शेयरों में तेजी

सरकारी बैंकों के शेयरों में तेजी एक वजह मनीकंट्रोल की एक रिपोर्ट भी रही। रिपोर्ट में बताया गया है कि सरकार कुछ छोटे सरकारी बैंकों के बड़े बैंकों में विलय की योजना पर काम कर रही है। इसके तहत इंडियन ओवरसीज बैंक, सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ इंडिया और बैंक ऑफ महाराष्ट्र का विलय पंजाब नेशनल बैंक (PNB), बैंक ऑफ बड़ौदा (BoB) और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) जैसे बड़े बैंकों के साथ किया जा सकता है।

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