Laurus Labs Q2 Results: लॉरेस लैब्स ने गुरुवार 23 अक्टूबर को मौजूदा वित्त वर्ष की जुलाई-सितंबर तिमाही के नतीजे जारी किए। कंपनी ने बताया कि सितंबर तिमाही में उसके शुद्ध मुनाफे में सालाना आधार पर 875 फीसदी की उछाल देखने को मिली और यह बढ़कर 195 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। इस जबरदस्त उछाल के पीछे कंपनी के कॉन्ट्रैक्ट डेवलपमेंट एंड मैन्युफैक्चरिंग ऑर्गनाइजेशन (CDMO) सेगमेंट में मजबूत प्रदर्शन और जेनेरिक दवाओं के कारोबार में लगातार ग्रोथ मुख्य कारण रहे।
रेवेन्यू और मार्जिन में बड़ा उछाल
लॉरेस लैब्स के रेवेन्यू में 35% की बढ़ोतरी दर्ज की गई, जो बढ़कर 1,653 करोड़ रुपये पर पहुंच गई। वहीं EBITDA (ऑपरेटिंग प्रॉफिट) 136% बढ़कर 429 करोड़ रुपये रहा। इसके चलते कंपनी का EBITDA मार्जिन 14.9% से बढ़कर 26% हो गया।
कंपनी के चीफ फाइनेंस ऑफिसर (CFO) वी. वी. रवि कुमार ने बताया, “हमारे फंडामेंटल्स मजबूत हैं। CDMO और जेनेरिक दोनों कारोबार बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं और ऑपरेटिंग लीवरेज हमारे पक्ष में काम कर रहा है।”
सेगमेंट के आधार पर प्रदर्शन
कंपनी के CDMO कारोबार का रेवेन्यू सितंबर तिमाही में 53% बढ़कर ₹518 करोड़ रहा। वहीं जेनेरिक सेगमेंट से कंपनी को 1,135 करोड़ का रेवेन्यू मिला, जो सालाना आधार पर 28% अधिक है। इस बढ़ोतरी का कारण ARV (Antiretroviral) दवाओं की अधिक बिक्री और विकसित बाजारों में मजबूत सप्लाई बताई गई।
कंपनी का प्रॉफिट बिफोर मुनाफा (PBT) सालाना आधार पर ₹23 करोड़ से बढ़कर ₹270 करोड़ हो गया। वहीं डायल्यूटेड प्रति शेयर आय (EPS) भी ₹0.4 से बढ़कर ₹3.6 पर पहुंच गई, जो निवेशकों के लिए एक पॉजिटिव संकेत है।
नतीजों के बाद Laurus Labs के शेयरों में हल्की बढ़त देखी गई। BSE पर कंपनी के शेयर 0.84% बढ़कर ₹931.60 प्रति शेयर पर कारोबार करता देए गए।
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