देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) ने FY24 की चौथी तिमाही के नतीजे जारी कर दिए हैं। जनवरी-मार्च तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट सालाना आधार पर 2.5 फीसदी बढ़ा है। इस दौरान कंपनी ने 13,762 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया है। पिछले साल की समान तिमाही में कंपनी का मुनाफा 13,421 करोड़ रुपये था। कंपनी के शेयरों में आज 27 मई को 0.58 फीसदी की तेजी देखी गई। यह स्टॉक BSE पर 1035.80 रुपये के भाव पर बंद हुआ है। इसके साथ ही कंपनी का मार्केट कैप 6.55 लाख करोड़ रुपये हो गया है।
LIC की एसेट क्वालिटी में सुधार
मार्च तिमाही में LIC की एसेट क्वालिटी में सुधार हुआ है। इसकी ग्रॉस नॉन-परफॉर्मिंग एसेट (GNPA) एक साल पहले की समान अवधि के 2.56 फीसदी के मुकाबले 2.01 प्रतिशत हो गया। बीमा कंपनी का वैल्यू ऑफ न्यूज बिजनेस (VNB) 4.66 फीसदी बढ़कर 9,583 करोड़ रुपये हो गया। वहीं, वीएनबी मार्जिन 60 बीपीएस बढ़कर 16.8 फीसदी हो गया। बीमा कंपनी ने 6 रुपये प्रति शेयर के अंतरिम डिविडेंड की घोषणा भी की है।
इंडिविजुअल बिजनेस में नॉन-पर एनुअलाइज्ड प्रीमियम इक्विवलेंट (APE) शेयर 9.43 फीसदी बढ़कर 18.32 फीसदी हो गया। नॉन-पर APE 31 मार्च 2023 को समाप्त वर्ष के लिए 3,436 करोड़ रुपये से बढ़कर 31 मार्च 2024 को समाप्त वर्ष के लिए 7041 करोड़ रुपये हो गया है, जो 105 फीसदी की वृद्धि दिखाता है। इसलिए, APE के आधार पर कंपनी का इंडिविजुअल बिजनेस में नॉन-पर शेयर, जो FY23 में 8.89 फीसदी था, 31 मार्च को समाप्त वर्ष के लिए बढ़कर 18 फीसदी हो गया है।
LIC का AUM 16.48 फीसदी बढ़ा
बीमा कंपनी ने इंडिविजुअल सेगमेंट में कुल 2.03 करोड़ पॉलिसियां बेचीं, जबकि FY23 में 2.04 करोड़ पॉलिसियां बेची गई थीं। एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) मार्च 2024 तक बढ़कर 51.21 लाख करोड़ रुपये हो गया, जबकि 31 मार्च 2023 को यह 43.97 लाख करोड़ रुपये था, जो सालाना 16.48 फीसदी बढ़ा है। कंपनी का सॉल्वेंसी रेश्यो पिछले साल के 1.87 फीसदी के मुकाबले 1.98 फीसदी रहा।