देश की पैसेंजर वाहन बनाने वाली दिग्गज कंपनी Maruti Suzuki कल यानी 28 अक्टूबर को 30 सितंबर 2022 को खत्म हुई वित्त वर्ष 2023 की दूसरी तिमाही के नतीजे पेश करने वाली है। बाजार जानकारों का कहना है कि इस अवधि में कंपनी के मुनाफे में 358 फीसदी की तेजी देखने को मिल सकती है। कंपनी को कच्चेमाल की कीमतों में आई गिरावट और जापानी येन में आई कमजोरी का फायदा मिलेगा।
एनालिस्टों का मानना है कि दूसरी तिमाही में Maruti Suzuki के नेट प्रॉफिट में सालाना आधार पर 343 से 358 फीसदी की बढ़त देखने को मिल सकती है। जबकि इसी अवधि में कंपनी के रेवेन्यू में सालाना आधार पर 41-46 फीसदी की बढ़त देखने को मिल सकती है। जबकि एबिटा मार्जिन में 5.37 फीसदी से 6.54 फीसदी की बढ़त देखने को मिल सकती है।
बाजार जानकारों का अनुमान है कि सितंबर तिमाही में मारुति की नेट प्रॉफिट में तिमाही आधार पर 108 फीसदी से लेकर 115 फीसदी की बढ़त दिख सकती है। जबकि इस अवधि में कंपनी की आय में तिमाही आधार पर 9-13 फीसदी की बढ़त देखने को मिल सकती है। जबकि एबिटडा मार्जिन में तिमाही आधार पर 2.32 फीसदी से लेकर 2.32 फीसदी की बढ़त का अनुमान लगाया जा रहा है।
Kotak Institutional Equities (KIE) के मुताबिक सितंबर तिमाही में मारुति सुजुकी के एबिटडा में तिमाही आधार पर 3.40 फीसदी की बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। कंपनी को रुपये के मुकाबले येन के कमजोर होने का फायदा मिलने की संभावना है। ब्रोकरेज हाउस का कहना है कि कंपनी का करीब 7 फीसदी कच्चा माल येन में आयात किया जाता है। ऐसे में रुपये के मुकाबले येन के कमजोर होने से कंपनी के मार्जिन में मजबूती आने की संभावना है।
एक दूसरे ब्रोकरेज हाउस IIFLका कहना है कि 30 सितंबर 2022 को खत्म हुई तिमाही में कंपनी के एबिटडा मार्जिन में तिमाही आधार पर 2.32 फीसदी की बढ़त देखने को मिल सकती है। वहीं सालाना आधार पर इसमें 5.37 फीसदी की बढ़त देखने को मिल सकती है। IIFL का भी मानना है कि कमोडिटी की कीमतों में गिरावट और रुपये के मुकाबले येन की कमजोर का फायदा कंपनी को मिलेगा।
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