टाटा केमिकल्स (Tata Chemicals) ने आज यानी कि 3 मई को वित्त वर्ष 2023 की मार्च तिमाही के लिए अपने वित्तीय नतीजे जारी कर दिये हैं। कंपनी का कंसोलिडेटेड मुनाफा इस अवधि में 62 प्रतिशत की सालाना वृद्धि के साथ 709 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी का मुनाफा अच्छे ऑपरेटिंग परफॉर्मेंस और टॉपलाइन में मजबूत वृद्धि की वजह से देखने को मिला है। ऑपरेशंस से आय 4,407 करोड़ रुपये रही। इसमें एक साल पहले की अवधि से 26.6 प्रतिशत की वृद्धि देखने को मिली। बेसिक कॉमेस्ट्री सेगमेंट दों के खंड में 32 प्रतिशत की वृद्धि हुई। स्पेशियालिटी प्रोडक्ट्स में 4.4 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में ये जानकारी दी है।
ऑपरेटिंग स्तर पर कंसोलिडेटेड EBITDA 300 बेसिस प्वाइंट्स के मार्जिन विस्तार के साथ 21.9 प्रतिशत पर सालाना आधार पर 47 प्रतिशत उछलकर 965 करोड़ रुपये हो गया। इसकी वजह ये रही कि इसी अवधि में इनपुट लागत 12 प्रतिशत गिर गई थी।
वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए टाटा केमिकल्स (Tata Chemicals) ने पिछले वर्ष की तुलना में मुनाफे में 84.2 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 2,317 करोड़ रुपये मुनाफा कमाया। इसके अलावा आय में 33 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 16,789 करोड़ रुपये आय दर्ज की है।
टाटा समूह की कंपनी ने कहा, “भौगोलिक क्षेत्रों में बेहतर ऑपरेटिंग परफॉर्मेंस वित्तीय वर्ष 2022 और कुशल लागत प्रबंधन की तुलना में हायर रियलाइजेशन को दर्शाता है।”
बेसिक केमिस्ट्री प्रोडक्ट्स बिजनेस के कारोबार में 39 प्रतिशत की वृद्धि हुई। स्पेशियालिटी प्रोडक्ट्स डिविजन ने वित्त वर्ष 23 में वित्त वर्ष 22 की तुलना में 13 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की।
कंपनी के सीईओ आर मुकुंदन ने कहा "हम उम्मीद करते हैं कि स्थिरता की प्रवृत्ति सोलर ग्लास और लिथियम जैसे नए अप्लीकेशंस की मांग को बढ़ाएगी जो विकास को बढ़ावा देगी। हमारा ध्यान विस्तार परियोजनाओं और कुशल लागत प्रबंधन के समय पर निष्पादन पर है।"
कंपनी ने बीते वित्त वर्ष के लिए 17.50 रुपये प्रति शेयर के डिविडेंड की घोषणा की है।
टाटा केमिकल्स ग्लास, डिटर्जेंट, औद्योगिक और केमिकल सेक्टर्स के लिए एक प्रमुख आपूर्तिकर्ता है।